जयपुर। जवाहर कला केन्द्र में शुक्रवार को 13वें हेमलता प्रभु स्मृति समारोह का आयोजन किया जाएगा। यह कार्यक्रम जयपुर की पहली महिला नाट्य निर्देशक और कनोडिया महिला महाविद्यालय की सह-संस्थापक व महारानी महाविद्यालय में दो दशक तक अंग्रेजी शिक्षिका रहीं हेमलता प्रभु के 104वें जन्मदिवस के अवसर पर किया जा रहा है। मध्यवर्ती में शाम छह बजे से होने वाले कार्यक्रम में प्रसिद्ध शास्त्रीय गायिका पद्मश्री शुभा मुद्गल सुरों से शाम का शृंगार करेंगी।
प्रस्तुति ‘आलम-ए-इश्क़’, सूफी और निर्गुण भक्ति परंपराओं की प्रेम कविता का उत्सव होगी। तबले पर अनीश प्रधान और हारमोनियम पर सुधीर नायक संगत करेंगे। शुभा मुदगल संगीतकार पं. रामाश्रेय झा, विनय चंद्र मोद्गल्य एंव पं. वसंत ठक्कर की शिष्य रही हैं। उन्होंने अपनी विशेष गायन शैली पं. जितेंद्र अभिषेकी से प्राप्त की एंव नैना देवी के साथ ठुमरी गायन का अभ्यास किया। सेवानिवृत्त सिविल सेवा अधिकारी और कनोडिया कॉलेज की पूर्व छात्रा इंद्रजीत कुमार ‘मेरा कॉलेज और उसका मेरे जीवन पर प्रभाव’ विषय पर विचार साझा करेंगी।
इंद्रजीत ने अपनी माता से गायन सीखा और प्रसिद्ध नृत्यांगना अनेजा की शिष्या रहीं। प्रशासनिक जिम्मेदारियों के निर्वहन के साथ उन्होंने रचनात्मक रंगों से बखूबी रिश्ता बनाए रखा। हेमलता प्रभु के मित्रजनों, परिवार पीपुल्स यूनियन फॉर सिविल लिबर्टीज़, राजस्थान बोध शिक्षा समिति, रोशानारा ट्रस्ट की ओर से कविता श्रीवास्तव, शोभिता राजगोपाल व भंवर लाल कुमावत ने कला अनुरागियों से कार्यक्रम में बड़ी संख्या में शामिल होने की अपील की।