जयपुर। सब इंस्पेक्टर भर्ती-2021 पेपर लीक मामले में हाईकोर्ट ने गुरुवार को 16 ट्रेनी एसआई को जमानत दे दी। इन सभी ट्रेनी सब इंस्पेक्टर पर लिखित परीक्षा से पहले पहुंचने का आरोप था। उन्होंने हैंडलर सुरेश साहू के मोबाइल फोन पर परीक्षा से करीब डेढ़ घंटे पहले पेपर देखा था। जस्टिस गणेशाराम मीणा की अदालत ने इन सभी को जमानत पर रिहा करने का आदेश दिया।
वहीं इनको पेपर दिखाने वाले हैंडलर सुरेश साहू की जमानत याचिका को खारिज कर दिया। इससे पहले 22 नवंबर को हाईकोर्ट ने 10 ट्रेनी एसआई को जमानत दी थी। अब तक कुल 26 ट्रेनी एसआई को जमानत मिल चुकी है।
वकील वेदांत शर्मा ने बताया कि ट्रेनी एसआई विवेक भांभू, श्रवण कुमार विश्नोई, रेणु कुमारी, नरेश कुमार, अजय विश्नोई, नारंगी कुमारी, दिनेश कुमार, सुरेंद्र कुमार बगड़िया, दिनेश बिश्नोई, मालाराम, सुभाष बिश्नोई, प्रियंका कुमारी, राकेश, मंजू देवी, सुरजीत सिंह यादव और गोपीराम जांगू को जमानत मिली है।
पेपर लीक गैंग के मास्टरमाइंड यूनिक भांभू के छोटे भाई विवेक भांभू को भी जमानत मिल गई। विवेक की गिरफ्तारी के दौरान 22 जुलाई को उसके चूरू स्थित घर पर भी कार्रवाई हुई थी। नगर परिषद की टीम ने चूरू की पूनिया कॉलोनी में दो प्लॉट पर किए गए अवैध निर्माण को भी गिराया था।
50 ट्रेनी एसआई हो चुके गिरफ्तार
दरअसल एसआई भर्ती परीक्षा-2021 में बड़े पैमाने पर धांधली सामने आ चुकी है। एसओजी इस धांधली की जांच कर रही है। एसओजी अब तक 50 ट्रेनी एसआई और पेपर लीक गैंग से जुड़े 30 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। अभी भी कई ट्रेनी एसआई एसओजी के रडार पर चल रहे हैं। एसओजी ने इसी साल अप्रेल में पहली बार इस एग्जाम से जुड़े ट्रेनी एसआई की गिरफ्तारी की थी।
रामूराम और बाबूलाल कटारा की आई थी मिलीभगत सामने
एसआई भर्ती पेपर लीक मामले में राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) के पूर्व सदस्य रामू राम राईका, उसके बेटे देवेश राईका और बेटी शोभा राईका की भी गिरफ्तारी हुई थी। रामू राम राईका ने अपने बेटे-बेटी के लिए एसआई परीक्षा से 6 दिन पहले ही पेपर की व्यवस्था कर दी थी। रामू राम जानता था कि बेटे-बेटी पेपर को भी एक-दो दिन में पढ़कर पास नहीं कर सकते थे। इसलिए छह दिन तक दोनों बच्चों को पेपर की तैयारी कराई गई थी।
एसओजी की पूछताछ में आरोपी रामू राम राईका ने बताया था कि उसे पेपर तत्कालीन आरपीएससी मेंबर बाबूलाल कटारा से मिला था। इसके बाद निलंबित मेंबर कटारा को भी जयपुर सेंट्रल जेल से प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार कर लिया गया। जब रामू राम राईका के बेटे देवेश और बेटी शोभा से एसओजी ने पूछताछ की तो उन्होंने बताया था कि ट्रेनिंग सेंटर में और भी एसआई हैं, जो पेपर लीक से जुड़े हैं। इसके बाद दिनेश विश्नोई और प्रियंका कुमारी की गिरफ्तारी हुई थी।