जयपुर। प्रदेश में सक्रिय स्ट्रॉग पश्चिम विक्षोभ के चलते शुक्रवार को प्रदेश के करीब एक दर्जन से अधिक शहरों में आंधी-बारिश हुई। करीब आधा दर्जन से अधिक शहरों में ओलावृष्टि हुई। ओलावृष्टि से रबी की फसलों को नुकसान पहुंचा है। प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर आकाशीय बिजली गिरने से एक दम्पती सहित 6 लोगों की मौत हो गई,जबकि चार लोग घायल हो गए। आकाशीय बिजली गिरने से 30 भेड़ों की भी मौत हुई है। सवाई माधोपुर के चौथ का बरवाड़ा तहसील क्षेत्र के बगीना गांव के पास खेत में फसल कटाई कर रहे पति-पत्नी जलेबी मीणा (28) पत्नी राजेंद्र मीणा और राजेंद्र (30) पुत्र हरभजन मीणा की आकाशीय बिजली गिरने से मौत हो गई।
वहीं सवाई माधोपुर के बौली में मित्रपुरा तहसील के गांव नानतोड़ी में आकाशीय बिजली गिरने से एक युवक धन्नालाल पुत्र पांचू राम मीणा की मौत हो गई। लालसोट के दौलतपुरा गांव में स्कूल से घर लौट रही चाइना मीणा पुत्री रमेश मीणा की भी आकाशीय बिजली गिरने से मौत हो गई। इसके अलावा लालसोट में ही एक बाइक सवार युवक की भी आकाशीय बिजली गिरने से मौत हो गई। टोंक जिले की पीपलू पंचायत समिति कार्यालय पर शुक्रवार को आकाशीय बिजली गिरने से चार कर्मचारी अचेत हो गए। बिजली मीटर के तार टूट गए। कार्यालय की दीवार में दरार आ गई। आसपास के लोग चारों कर्मचारियों को स्थानीय सरकारी अस्पताल ले गए। जहां पर उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई।
मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार को जैसलमेर, चूरू, श्रीगंगानगर, धौलपुर, करौली, अजमेर, दौसा, बीकानेर, सवाईमाधोपुर, जयपुर, झालावाड़ और टोंक सहित करीब एक दर्जन से अधिक शहरों में हवाओं के साथ बारिश हुई। बारिश के दौरान कई शहरों में 40 से 50 किमी की स्पीड़ से हवाएं चली। बारिश के साथ ही झालावाड़, टोंक, बीकानेर, जयपुर के दूदू , टोंक, दौसा, चूरू सहित कुछ अन्य स्थानों पर ओलावृष्टि हुई। ओलावृष्टि से रबी की फसलों को नुकसान पहुंचा है। खेत में कट कर पड़ी सरसों, चना, तारामीरा सहित अन्य फसलों को नुकसान हुआ है। इसके अलावा जौ, गेंहू और सब्जी की फसलों को भी ओलावृष्टि से नुकसान हुआ है।
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि एक तीव्र पश्चिम विक्षोभ के प्रभाव से दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान व आसपास के पाकिस्तान क्षेत्र के ऊपर एक परिसंचरण तंत्र बना हुआ है। इसके प्रभाव से शुक्रवार को जोधपुर, बीकानेर, अजमेर, जयपुर, भरतपुर व उदयपुर संभाग के कुछ भागों में गरज-चमक के साथ हल्के से मध्यम बारिश हुई। इस दौरान 40 से 50 किमी की हवाएं चली और कुछ स्थानों पर ओलावृष्टि हुई। 2 मार्च को भी तंत्र का प्रभाव बीकानेर, अजमेर, उदयपुर, कोटा, जयपुर व भरतपुर संभाग के कुछ भागों में गरज-चमक के साथ बारिश, तेज हवाएं व कहीं-कहीं ओलावृष्टि के रूप में जारी रहेगा। 3 मार्च से तंत्र का प्रभाव समाप्त होगा तथा आगामी 4-5 दिन राज्य के अधिकांश भागों में मौसम शुष्क रहेगा।
बढ़ सकते है सब्जियों के दाम
बारिश और ओलावृष्टि से रबी की फसलों के साथ सब्जियों को भी नुकसान पहुंचा है। सब्जियों में टमाटर, मटर, ग्वार फली, टिंडा, तुरई, घीया के साथ हरी सब्जियों को भी नुकसान हुआ है। ओलावृष्टि से हुए नुकसान के चलते आगामी समय में सब्जी के दामों में बढ़ोतरी हो सकती है। नुकसान के चलते आगामी समय में मंडियों में सब्जियों की कम मात्रा में सप्लाई होने की संभावना है। ऐसे में इसके चलते आमजन को सब्जियों में ज्यादा दाम चुकाने पड़ सकते है।
जयपुर में हवाओं के साथ बारिश, गिरे ओले
जयपुर में सुबह से आसमान में बादल छाने लगे और हवांए चली। दोपहर बाद शहर के अलग-अलग हिस्सों में बारिश का दौर शुरू हो गया। जयपुर शहर में शाम को हवाओं के साथ बारिश हुई। जयपुर के दूदू सहित अन्य स्थानों पर ओले गिरे। इससे रबी की फसलों को नुकसान हुआ है। बारिश के बाद जयपुर के दिन के तापमान में एक साथ चार डिग्री तक की गिरावट दर्ज की गई। बारिश के साथ जयपुर में 30 से 40 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चली। बारिश के साथ चली हवाओं ने सर्दी का अहसास करवाया। जयपुर के रात के तापमान में 3 डिग्री की बढ़ोतरी दर्ज की गई। जयपुर का अधिकतम तापमान 29.8 और न्यूनतम तापमान 17 डिग्री दर्ज किया गया। गुरुवार को जयपुर का अधिकतम तापमान 29.1 और बुधवार रात न्यूनतम तापमान 13.8 डिग्री दर्ज किया गया था।
मंडियों में रखा अनाज भीगा
प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर हो रही बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों की मुसीबत बढ़ा दी है। बारिश से खेतों में खड़ी और काटी गई फसल खराब हो गई तो वही प्रदेशभर में अलग-अलग शहरों में मंडियों में खुले में रखा अनाज सहित अन्य सामान भीग गया। निवाई कृषि मंडी में ओलों के साथ भारी बरसात किसानों को नुक्सान हुआ है।