जयपुर। हम में से बहुत से लोग शायद नहीं जानते कि एक प्लास्टिक की बोतल को नष्ट होने में 700 वर्ष का समय लगता है। हम पानी की खाली बोतलों को बिना सोचे समझे कि इससे पर्यावरण को कितना नुकसान पहुंच सकता है इधर-उधर फेंक देते हैं ।
इसी जानकारी को समाज तक पहुंचाने के उद्देश्य से आर्किटेक्ट रूबी गोस्वामी ने अपनी पुत्री अहाना गोस्वामी जो जयश्री पेरीवाल स्कूल, महापुरा की 12वीं कक्षा की छात्रा है को अपने स्कूल मित्रों के साथ सड़क पर फेंकी पानी की प्लास्टिक की बोतलों को इकट्ठा कर एक प्याऊ बनाने को प्रेरित किया ।
स्कूली बच्चों ने सड़कों से बोतलों को इकट्ठा करने की योजना बनाई और उनका सदुपयोग करते हुए प्याऊ बनाने की क्रिया आरंभ की। खाली बोतलों में मिट्टी भर कर उसे मजबूती प्रदान की गई। बच्चों की अथक मेहनत के फल स्वरुप अब तिलक नगर, जयपुर के प्रभु मार्ग से गुजरने वाले राहगीर इस प्याऊ से रोज अपनी प्यास बुझाते हैं और उस पर लगे पोस्टरों से प्लास्टिक से होने वाले प्रदूषण की जानकारी भी प्राप्त करते हैं ।
स्कूली बच्चों द्वारा प्लास्टिक की बोतलों से धरती पर उत्पन्न होने वाले इस विनाशकारी प्रदूषण को कम करने का यह एक छोटा लेकिन सार्थक प्रयास है जिसका हर कहीं अनुसरण होना चाहिए।