जयपुर। सांगानेर टोंक रोड पर स्थित श्री पिंजरापोल गौशाला में सुरभि भवन में बुधवार को श्रीमद वाल्मीकि रामायण ज्ञान यज्ञ कथा का आयोजन हुआ। जिसमें राम वन गमन का मार्मिक प्रसंग पर प्रवचन सुनाए गए। व्यास पीठ से पधारे हुए स्वामी रत्नेश प्रपन्नाचार्य ने कहा कि भगवान श्रीराम को जब वनवास मिला तो अयोध्यावासी बहुत दुखी हुए। यहीं नहीं वृक्ष और पशु-पक्षी भी काफी उदास हो गए। लेकिन विधाता की लीला के आगे बस बेबस थे।
उन्होने बताया कि भगवान श्रीराम वन में जाकर अल्प क्षमता वाले रीछख,वानर ,भील किरात को संगठित कर महाबली रावण के साा युद्ध करने के लिए तैयार किया । आयोजन से जुड़े रमेश चंद गुप्ता ने बताया कि गुरुवार 28 दिसंबर को श्री भरत चरित्र पर प्रवचन होंगे। कथा को सुनने के लिए सैकड़ो की संख्या में भक्तगण कथा में शामिल हुए। कथा 31 दिसंबर तक दोपहर दो से शाम 6 बजे तक होगी।