जयपुर। अजमेर रोड पुरानी चुंगी की नीलकंठ कॉलोनी में स्थित श्री शुक संप्रदाय आचार्य पीठ बरसाना में चल रहे नौ दिवसीय श्रीराम कथा में शुक्रवार को राम -जानकी विवाह महोत्सवर मनाया गया। श्री शुक संप्रदाय पीठाधीश्वर अलबेली माधुरी शरण महाराज के सान्निध्य में ठाकुरजी के चित्रपट पर कलंगी और सेहरा धारण कराया गया। उपस्थित श्रोताओं के कांगन डोरा बांधा गया। विवाह महोत्सव पर श्री सरस निकुंज पीठ में जनकपुरी और अयोध्या दोनों का मिलन हुआ। विवाह के बधाईगान के बाद मिथिलापुरी का मिजमानी महोत्सव हुआ।
व्यासपीठ से आचार्य राजेश्वर ने राम-जानकी विवाह उत्सव पर प्रवचन करते हुए कहा कि भगवान राम और जानकी ने विवाह कर आदर्श दंपति का उदाहरण प्रस्तुत किया। एक आदर्श पति और आदर्श पत्नी कैसी होती है यह हमें राम और सीताजी के जीवन चरित्र से सीखना चाहिए। दोनों का वैवाहिक जीवन सुखद नहीं रहा। पग-पग पर संकट और विछोह रहा। फिर भी दोनों ने एक दूसरे का मान-सम्मान करते हुए अपना-अपना कत्र्तव्य निभाया ताकि कलिकाल के पति-पत्नी उनके जीवन से कुछ सीख सकें।