जयपुर। अयोध्या धाम को लगभग 500 साल बाद फैसला आने व 22 जनवरी को राम लला की प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव के चलते 6 जनवरी से 22 जनवरी से रामोत्सव मनाया जा रहा है। इस महोत्सव को भव्य बनाने के लिए चांदपोल में स्थित रामचंद्र मंदिर में राम दरबार को भगवान राम की प्रिय मिठाई और पकवानों सहित 751 व्यंजनों का भोग लगाया जा रहा है। लंका विजय के बाद अयोध्या आगमन पर राम को परोसी गई मिठाईयां राम दरबार को मनुहार पूर्वक परोसी जा रही है।
महंत नरेंद्र तिवारी ने बताया कि मंदिर में 22 जनवरी रामोत्सव मनाया जाएगा। पहले दिन ठाकुरजी को दिव्य 56 भोग अर्पित किए गए। इसके बाद हर दिन अलग-अलग व्यंजनों की झांकी सजाई जाएगी।
लकड़ी की भट्टियों पर बनाए जा रहे पकवान व व्यंजन
महंत नरेंद्र तिवारी ने बताया कि मंदिर परिसर में 10 पुजारी और रसोइये व्यंजन बनाने में जुट गए हैं। उत्तम दुसाद ने बताया कि भोग के निर्माण में शुद्धता का पूरा ध्यान रखा जा रहा। प्राचीन परंपरा के अनुसार लकड़ी की पांच भट्टियों पर पकवान व व्यंजन बनाए जा रहा है।
22 जनवरी को मनाया जाएगा जन्मोत्सव
भगवान राम को प्रिय चंद्रकला, काजू पाक, पिस्ता पाक, चारौली का पाक, मोहन भोग, बालू शाही, बासुंदी, गुलाब भात और खीर सहित अन्य पकवान तैयार किए जाएंगे। इन्हें मुख्यतः दूध और मावे से तैयार किया जाएगा। प्रभु राम को 400 मिठाइयों सहित कुल 751 व्यंजनों का भोग लगाया जाएगा। महंत ने बताया कि 22 जनवरी को जन्मोत्सव मनाया जाएगा। हवाई गर्जना व बधाई गान के बीच संध्या आरती होगी। दीपदान के बाद 51 हजार लड्डू प्रसाद के रूप में वितरित किए जाएंगे।