जयपुर। म्हारे घरा पधारो श्याम संस्था के दो दिवसीय वार्षिकोत्सव के दूसरे दिन उत्सव स्थल अग्रवाल फार्म मानसरोवर सेक्टर 113 का श्याम पार्क पूरी तरह श्याममय हो गया। रंग-बिरंगे फूलों, बांदरवाल और चुन्नियों से सजा श्याम पार्क खाटू जैसा लग रहा था। श्याम प्रभु के मनमोहक दरबार में प्रज्वलित अखंड ज्योति में अपनी श्रद्धा की आहुति अर्पित करने का सिलसिला लगातार जारी रहा। संस्था के अध्यक्ष रतन कट्टा ने बताया कि
आयोजन के दूसरे दिन 12 जनवरी को पतंगों की झांकी सजाई गई।
पूरे उत्सव स्थल को रंग-बिरंगी पतंगों से सजाया गया। बाबा को तिल के लड्डू, गजक, तिल पट्टी, रेवड़ी सहित गर्म तासीर वाले व्यंजनों का भोग लगाया गया। गणेश वंदना और मंगलाचरण के बाद शुरू हुई भजन संध्या में कोलकाता के शुभम-रूपम ने श्याम प्रभु के भजनों की ऐसी तान छेड़ी कि श्रद्धालु थिरकने लगे। उन्होंने कृपा को क्या मैं गाऊं…, नजरे मिला के मुझसे…, श्याम मुस्कुरा दो…, निजरा उतरेगी म्हारा बाबा श्याम…जैसे भजनों की प्रस्तुतियां दीं।
श्याम रंग में रंगे माहौल को कुमार गिरिराज ने भक्ति की मस्ती को परवान चढ़ा दिया। श्याम प्रभु की कृपा का शाब्दिक चित्रण कर उन्होंने उपस्थित भक्तों के मन में लखदातार के प्रति भावना का समंदर दौड़ा दिया। अमित नामा, पुरुषोत्तम बृजवासी, आदित्य छीपा, तृप्ति लढ्डा, महेश परमार, मनोज शर्मा, दिनेश गौतम, राहुल खंडेलवाल, शुभम शर्मा, सोमेश जैन, रितेश अरोड़ा ने एक से बढक़र एक भजनों की प्रस्तुतियां देकर श्याम प्रभु को रिझाया।