जयपुर। राजस्थान के ट्रांसेज़ेंडर्स को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिये राजस्थान पुलिस ने “ऑपरेशन स्माइल “ शुरू किया है । डीसीपी जयपुर (नॉर्थ ) राशि डोगरा डूडी के नेतृत में 10 जनवरी से शुरू हुए इस अभियान के तीसरे दिन शहर के शास्त्री नगर थाने में पुलिस के ट्रांसजेंडर सेल के नोडल अधिकारियों और ट्रांसेजेंडर राइट एक्टिविस्ट की संयुक्त मीटिंग हुई ।
इस मीटिंग में ट्रांसेजेंडर से समन्वयन स्थापित कर समाज की मुख्यधारा में जोड़ने , उनके अधिकारों के बारे में जागरूक करने व शिक्षा, रोज़गार के अवसर , ट्रांसजेंडर से संबंधित कानूनी पहलुओं पर विचार किया गया । पुलिस को भी ट्रांसेज़ेंडर के अधिकार के बारे में जानकारी हो और वे ट्रांसेजेंडर के साथ किस तरह बर्ताव करे इस बारे में गहन मंथन किया गया ।
इस मौके पर शास्त्री नगर थाने के अधिकारी किशोर सिंह के साथ जयपुर नार्थ के नोडल अधिकारियों के अलावा शहर के कई ट्रांसेजेंडर राइट एक्टिविस्ट भी मौजूद रहे । देश में जन्म प्रमाण पत्र पाने वाली पहली ट्रांसेज़ेंडर नूर शेखावत , ट्रांसेजेंडर प्रिया शर्मा , ट्रांसेजेंडर राइट एक्टिविस्ट वसुधा एनजीओ की निदेशक मोना शर्मा , राजस्थान यूनिवर्सिटी में ट्रांसेजेंडर विषय पर पीएचडी कर रहे एक मात्र स्टूडेंट शिवराज गुर्जर , सी फार संस्थान के आयुष भार्गव से पुलिस अधिकारियों की बात चित हुई ।
ट्रांसेजेंडर नूर शेखावत ने पुलिस अधिकारियों को नालसा जजमेंट , 2014 में पास हुए ट्रांसजेंडर एक्ट एंड रूल्स के बारे में गहराई से बताया । नूर ने कहा की क़ानून पास हुए बहुत साल हो गये मगर आज भी जागरूकता की कमी के चलते ट्रांसेजेंडर ख़ुद भी अपने अधिकारों को लेकर जागरूक नहीं है । ऐसे में पुलिस अधिकारी पहल करते हुए अपने थाना क्षेत्र के सभी ट्रांसजेंडर का आधार कार्ड , जन्म प्रमाणपत्र , ड्राइविंग प्रमाण पत्र बनवाने के लिए प्रेरित करे ।
वही ट्रांसेजेंडर प्रिया शर्मा ने बताया कि सभी थानों में ट्रांसजेंडर को सीएलजी मेंबर बनाया जाए ताकि ट्रांसजेंडर समुदाय का कोई केस आये तो उस से संजीदगी से निपटा जा सके । साथ ही साथ कई लोग इस आड़ में अपराध से भी जुड़ जाते है ऐसे में आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों की पहचान भी हो पाए ।ट्रांसेज़ेंडर राइट एक्टिविस्ट व वसुधा जन विकास की निदेशक मोना शर्मा ने कहा की पुलिस की और से चलाया गया अभियान ऑपरेशन स्माइल ट्रांसेजेंडर को मुख्यधारा में जोड़ने के लिए बेहद जरूरी है । बहुत सारे ट्रांसजेंडर शारीरिक छेड़छाड़ के शिकार होते है , उनका ये सोच कर शोषण किया जाता है की ये पुलिस के पास नहीं जाएँगे या आवाज़ नहीं उठाएँगे। ऐसे में पुलिस का ये अभियान उनको संबल प्रदान करेगा ।
उनको पता है पुलिस ट्रांसजेंडर राइट्स को को लेकर कितनी घंभीर है । यह प्रयास देश के अन्य राज्यों में भी एक उदाहरण बनेगा । इस मौके पर नोडल अधिकारी जालूपुरा थाना होशियार सिंह , गलता गेट से मुकेश कुमार , भट्टता बस्ती से दिनेश कुमार , हरिराम मीना , नाहरगढ़ रोड से करण सिंह , एएसआई शास्त्री नगर थाना श्रीराम मीना , थाना रामगंज , रिछपाल सिंह , सीसीटीएनएस से सीताराम , एऐचटीयू नॉर्ट से एएसआई दशरथ सिंह , दिल ख़ुश सहित कई अधिकारी मौजूद रहे ।