जयपुर। सूर्य देव के मकर राशि में प्रवेश का पर्व मकर संक्रांति सोमवार को बड़ी हर्ष-उल्लास के साथ मनाया गया। सोमवार सुबह से ही दान-पुण्य का सिलसिला शुरू हो गया जो दिनभर रहा। इसके साथ ही एक माह का खरमास भी सोमवार को समाप्त हो गया। खरमास के समाप्त होते ही अब शादी सहित सभी मंगल कार्य की शुरूआत हो जाएगी।
मकर संक्रांति के पावन पर्व पर सोमवार सुबह से ही मंदिरों के बाहर और अन्य स्थानों पर दान-पुण्य किया गया। लोगों ने पवित्र सरोवरों में जाकर स्नान भी किया। प्राचीन जलाशयों में भक्तों ने डुबकियां लगाई।
घरों में बने व्यंजन भी दिए गए उपहार में
घरों में तिल से बने व्यंजन, दाल के पकौड़े आदि बनाए गए। बहन-बेटियों के यहां तिल से बने व्यंजन व अन्य उपहार भेजे गए। वहीं सूर्यदेव के मकर राशि में प्रवेश करने के साथ ही मळमास समाप्त हो गया है। मळमास समाप्त होने पर एक माह से रूके हुए गृह प्रवेश, मुंडन संस्कार, यज्ञोपवीत, विवाह आदि शुभ कार्य के लिए भी मार्ग प्रशस्त हो गया है।
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