जयपुर। राजस्थान के लोगों के लिए अपनी स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार करते हुए मणिपाल हॉस्पिटल ने जयपुर में हार्ट ट्रांसप्लांट के लिए अपनी सेवाएं शुरू करने का आगाज कर दिया है। इस सेवा के शुरू होने से जयपुर और आसपास के शहरों के लोगों को हृदय के उन्नत इलाज के लिए अब दूसरे महानगरों की ओर नहीं जाना पड़ेगा।
मणिपाल हॉस्पिटल जयपुर के डॉ. युगल मिश्रा ने कहा कि नया हार्ट ट्रांसप्लांट करने की क्षमता न केवल एक चिकित्सा उपलब्धि है, बल्कि हृदय विफलता से पीड़ित व्यक्ति को नया जीवन देने की शक्ति भी है। जयपुर में हृदय प्रत्यारोपण सेवाओं की शुरुआत के साथ उनकी विशेषज्ञता और अत्याधुनिक संसाधनों का लक्ष्य अनगिनत व्यक्तियों में नई जिंदगी फूंकना और कीमती जिंदगियां बचाना होगा।
मणिपाल अस्पताल जयपुर के निदेशक रंजन ठाकुर ने कहा कि वह मणिपाल हॉस्पिटल जयपुर में, न केवल जयपुर में बल्कि पूरे राजस्थान में लोगों के लिए स्वास्थ्य सेवा को सुलभ बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। वह पहले से ही एक मजबूत अभियान चला रहे हैं। मिनिमल इनवेसिव कार्डिएक सर्जरी (किसी भी हड्डी को काटे बिना हृदय की सर्जरी) का कार्यक्रम और अब हम हृदय प्रत्यारोपण सहित हृदय विफलता सर्जरी की शुरुआत के साथ अपनी सीमा में एक और सुविधा जोड़ रहे हैं।
यह स्वास्थ्य सेवाओं को आगे बढ़ाने की हमारी प्रतिबद्धता में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। कई सफल लीवर और किडनी प्रत्यारोपण प्रक्रियाओं के इतिहास के साथ हृदय प्रत्यारोपण की क्षमता प्राप्त करने से हमें और अधिक जीवन बचाने में मदद मिलेगी।
मणिपाल हॉस्पिटल जयपुर के पास अब ऐसे जटिल और उन्नत उपचार विकल्पों के लिए डॉक्टरों की एक समर्पित टीम होगी। टीम में क्लिनिकल सर्विसेज (उत्तर-पश्चिम क्षेत्र) के प्रमुख डॉ. युगल किशोर मिश्रा शामिल होंगे। इसके अलावा डॉ. ललितादित्य मलिक, कार्डियो थोरेसिक वैस्कुलर सर्जन; डॉ. अभिनव गुप्ता, कार्डिएक एनेस्थीसिया, डॉ. रशीद अहमद, इंटरवेंशन कार्डियोलॉजिस्ट; डॉ. अंशुल गुप्ता, इंटरवेंशन कार्डियोलॉजिस्ट और डॉ. हिमांशु गुप्ता भी शामिल होंगे।