जयपुर। राजस्थान के स्कूलों में ड्रेस कोड या बुर्का-हिजाब पहनने के विवाद पर विश्व हिंदू परिषद ने समान गणवेश का समर्थन किया है। विश्व हिंदू परिषद के क्षेत्रीय मंत्री सुरेश उपाध्याय ने कहा कि अनुशासन के लिए सभी शिक्षण संस्थानों में समान गणवेश अनिवार्य होना चाहिए। विद्यालयों में गणवेश का उद्देश्य है कि सभी छात्रों के मन में समता का भाव हो तथा वेशभूषा के कारण सामाजिक, आर्थिक, धार्मिक या अन्य किसी प्रकार का भेदभाव उत्पन्न न हो। उन्होंने उच्च न्यायालय कर्नाटक के निर्णय का उदाहरण देते हुए कहा कि हिजाब इस्लाम का अनिवार्य भाग न होकर स्वेच्छा पर निर्भर है।
रामगंज में हुए विवाद पर उन्होंने कहा कि स्कूल की छोटी छात्राएं इस प्रकार के आंदोलन को अंजाम देने में सक्षम नहीं हैं। देश के आपसी सौहार्द को बिगाड़ने के लिए अलगाववादी सोच रखने वाले कुछ लोग बच्चियों को मोहरा बनाकर सड़क पर प्रदर्शन करवा रहे हैं तथा प्रदेश में शांति भंग करने का षड्यंत्र कर रहे हैं जिनपर राज्य सरकार तथा प्रशासन द्वारा कठोरतम कार्रवाई की जानी चाहिए। विश्व हिंदू परिषद क्षेत्रीय मंत्री ने प्रदेश और देश में चल रहे लैंड जिहाद पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि आज कई स्थलों पर वक्फ बोर्ड ने अनैतिक रूप से कब्जा कर लिया है।
मेवात जिले के 90 से ज्यादा गांव आज हिंदू विहीन हो गए हैं और साइबर क्राइम का गढ़ बन चुके हैं। इन गांव में गौ तस्करी, ड्रग्स एवं अन्य साइबर क्राइम को छोटे-छोटे बच्चे भी अंजाम दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारी केंद्र और राज्य सरकार से मांग है कि देश में एक ही कानून के अनुसार काम हो और समान रूप से सब उसकी पालना करें।