जयपुर। भारत के अग्रणी स्मॉल फाइनेंस बैंक (एस.एफ.बी), एयूएस.एफ.बीने ‘एयू बनो चैंपियन’ कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (सीएसआर) पहल के अपने तीन दिवसीय राज्य स्तरीय टूर्नामेंट की शुरुआत कीIइसमें 1500 से अधिक खेल प्रतिभागी (200 कोच और पर्यवेक्षकों सहित) शामिल हैं। पूरे राजस्थान में 64 स्थानों पर आयोजित ग्रामीण और जिला-स्तरीय टूर्नामेंट के बाद, इस टूर्नामेंट का फाइनल 31 जनवरी से 2 फरवरी, 2024 तक जयपुर के एसएमएस स्टेडियम में आयोजित होने वाला है।
यह राजस्थान का सबसे बड़ा खेल आयोजन है, जिसमें 1500 से अधिक प्रतिभागी वॉलीबॉल, फुटबॉल, थ्रोबॉल, एथलेटिक्स, कबड्डी, वुशु और मुक्केबाजी में अपने कौशल का प्रदर्शन करने के लिए एकत्रित होते हैं। इस टूर्नामेंट में टीम और इंडिविजुअल दोनों खेलों के विजेताओं को 2100 रुपये से 21000 रुपये तक की पुरस्कार राशि दी जाएगी।
अक्टूबर 2021 में लॉन्च किया गया बानो चैंपियन कार्यक्रम, एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक की एक अग्रणी सीएसआर पहल है, जिसका उद्देश्य ग्रामीण युवाओं को एथलेटिक्स, फुटबॉल, थ्रोबॉल और वॉलीबॉल जैसे खेलों में निर्देशित खेल प्रशिक्षण देना है। कुछ ही समय में, इस कार्यक्रम एक परिवर्तनकारी प्रभाव देखने को मिला है, जिसने राजस्थान के 22 जिलों के 64 ग्रामीण और अर्ध-शहरी स्थानों में 90 प्रशिक्षित कोच और सब-कोचों को रोजगार देकर 8100 से अधिक बच्चों के जीवन को प्रभावित किया है।
यह कार्यक्रम न केवल प्रशिक्षण प्रदान करता है बल्कि बच्चों को अलग-अलग ग्रामीण, जिला और राज्य स्तरीय खेल टूर्नामेंटों में भाग लेने के लिए मंच भी प्रदान करता है। बनो चैंपियन पहल ने जनवरी 2023 में अपना पहला राज्य स्तरीय टूर्नामेंट आयोजित किया, जिसमें 7 खेलों में 1800 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया। इसके तहत गांव और जिला स्तर पर कई मैच खेले जाते हैं, और टूर्नामेंट का समापन जयपुर में राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं के साथ होता है।
एयू बनो चैंपियन अपने कोचों के प्रशिक्षण और विकास पर भी लगातार निवेश करता है। हाल ही में, चयनित30कोचों ने अपने कौशल और जानकारी को बढ़ाने के लिए कर्नाटक के विजयनगर में प्रतिष्ठित इंस्पायर इंस्टीट्यूट ऑफ स्पोर्ट (आईआईएस) में प्रशिक्षण लिया। बनो चैंपियन ने अलग-अलग सेक्टर से समर्थन प्राप्त किया है, जिसमें क्षेत्रीय विशेषज्ञों (सेक्टोरल एक्सपर्ट), एसोसिएशन्स और सरकार के साथ साझेदारी शामिल है।
मुख्य अतिथि, उद्योग और वाणिज्य और युवा मामले और खेल विभाग, भारत सरकार के मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ने ‘बनो चैंपियन’ टूर्नामेंट का उद्घाटन दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया। इस अवसर पर पद्म विभूषण और ओलंपिक पदक विजेता मैरी कॉम और एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक के संस्थापक, एमडी और सीईओ, संजय अग्रवाल, ने उनका साथ दिया।
इस उद्घाटन के मौके पर, कर्नल राजयवर्धन सिंह राठौर, राजस्थान सरकार के उद्योग और वाणिज्य, युवा कार्यक्रम और खेल विभाग के मंत्री, ने एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक के ‘बनो चैम्पियन’ पहल की सराहना की। उन्होंने देशभर के कॉर्पोरेट दुनिया से निवेदन किया कि वे सिर्फ अपने व्यापारों पर ध्यान देने के बजाय खेल को बढ़ावा देकर और खेल को अपनी सामाजिक जिम्मेदारियों में प्राथमिकता देकर राष्ट्र निर्माण में योगदान करें।
मंत्री, कर्नल राठौर, ने कहा, “हमारा लक्ष्य है कि 2036 में राजस्थान को ओलंपिक में सोने का पदक हासिल करना। इसलिए, हमें अब से प्रयास शुरू करने की आवश्यकता है। एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक का ‘बनो चैम्पियन’ कार्यक्रम राजस्थान के सभी प्रतिभाशाली खिलाड़ियों के लिए एक ऐसा मंच प्रदान कर रहा है जिससे वे आगे बढ़कर अपने खेल खेलें और ये पदक जीतें।”
इस पहल के बारे में विस्तार से बताते हुए, एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक के फाउंडर, एमडी और सीईओ, संजय अग्रवाल ने कहा, “इस दूसरे राज्य स्तरीय टूर्नामेंट में जमीनी स्तर से बच्चों की सराहनीय भागीदारी को देखकर मुझे बेहद प्रसन्नता हो रही है। बनो चैंपियन कार्यक्रम की शुरुआत के बाद से, एयू एसएफबी ने इसमें नामांकित किए हुए बच्चों की प्रगति की बारीकी से निगरानी की है, उन्हें बेहतर कोचिंग और मार्गदर्शन प्रदान किया है। अपनी शुरुआत के दो साल में, बनो चैंपियन ने 60 से अधिक राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को तैयार किया है, जिनके पास पहले कोई औपचारिक प्रशिक्षण नहीं था।
हाल ही में, इन बच्चों ने खेलो इंडिया गेम्स, स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसजीएफआई) की राष्ट्रीय अंडर-17 फुटबॉल टीम और अन्य राष्ट्रीय स्तर के टूर्नामेंट में प्रतिष्ठित स्थान हासिल किए हैं। बनो चैंपियन के माध्यम से, हमारा लक्ष्य इन बच्चों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाना है, खेल के माध्यम से व्यक्तित्व विकास और कौशल निर्माण के लिए एक संगठित सोच को बढ़ावा देना है, जिससे पूरे समुदाय का उत्थान हो सके।”
इस मौके पर मैरी कॉम ने कहा, ”खेल से व्यक्तित्व का निर्माण होता है। इसलिए, मैं देश से खेलों को जीवनशैली के रूप में अपनाने का आग्रह करती रही हूं। वास्तव में, यह सबसे अच्छा है कि हम बच्चों को उनके शुरुआती साल में खेलों से परिचित कराएं। आज, जब मैं यहां 1500 से अधिक बच्चों को चैंपियन बनने की राह पर देख रही हूँ, तो मुझे लगता है कि यह खेल केन्द्रित भारत बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
यह देखकर खुशी होती है कि एक कॉरपोरेट इस उद्देश्य के लिए आगे आ रहा है और दूर-दराज के स्थानों के बच्चों को खेलों के लिए प्रोत्साहित कर रहा है। मैं यहां आकर सम्मानित महसूस कर रही हूं और मैं एयू बनो चैंपियन राज्य स्तरीय टूर्नामेंट के दूसरे सीजन के लिए एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक को बधाई देती हूं। मैं जल्द ही इनमें से कई बच्चों को नेशनल चैंपियनशिप में देखने की उम्मीद कर रही हूं।”
स्पोर्ट्स प्रोजेक्टके अलावा, एयू एसएफबी, अपनी सीएसआर शाखा, एयू फाउंडेशन के माध्यम से, 2 और प्रमुख फोकस एरिया में सक्रिय रूप से काम कर रहा है जो हैं‘कौशल विकास’ और ‘महिला सशक्तिकरण’। महिला सशक्तिकरण परियोजना, ‘एयू उद्योगिनी’, ग्रामीण महिला उद्यमियों को अपने व्यावसायिक कौशल को बढ़ाने के लिए एक मंच प्रदान करती है।
अब तक, इसने 2300 से अधिक ग्रामीण महिलाओं को अपने पैरों पर खड़ा किया है। ‘एयू इग्नाइट’ 16 एकेडमियों के माध्यम से कौशल विकास की सुविधा प्रदान करता है, जिससे 17,902 ट्रेनीयों ने लाभ उठाया है और ईनमें से 78% से अधिक के प्लेसमेंट ब्लू-चिप कंपनियों में हुए हैं।