जयपुर। जवाहर कला केन्द्र में आयोजित होने वाली कार्यशालाओं की कड़ी में अब प्रदेश की प्रसिद्ध पारंपरिक लोक कला को सीखने का अवसर मिलेगा। 12 से 15 फरवरी, 2024 तक कावड़ निर्माण कार्यशाला का आयोजन केन्द्र के ग्राफिक स्टूडियो-2 में किया जा रहा है। प्रतिदिन सायं 3:00 से सायं 6:00 बजे तक होने वाली कार्यशाला में नि:शुल्क हिस्सा ले सकेंगे। इसमें बस्सी, चित्तौड़गढ़ के विशेषज्ञ प्रशिक्षक द्वारिका प्रसाद सुथार व सह प्रशिक्षक गोविंद लाल सुथार कावड़ निर्माण के गुर सिखाएंगे।
16 वर्ष से अधिक आयु के उम्मीदवार कार्यशाला में ऑफलाइन व गूगल फॉर्म के जरिए आवेदन कर सकते हैं। गौरतलब है कि बस्सी, चित्तौड़गढ़ की कावड़ ने विश्व स्तर पर पहचान बनायी है। इसमें लकड़ी की कावड़ पर चित्रों के माध्यम से लोक कथाओं को अंकित किया जाता है, चित्तौड़गढ़ व आसपास के क्षेत्रों में इन कथाओं के वाचन की भी परंपरा है।
जेकेके में नाटक ‘बेटर हाफ’ का मंचन
जवाहर कला केन्द्र की ओर से पाक्षिक नाट्य योजना के अंतर्गत शुक्रवार को नाटक ‘बेटर हाफ’ का मंचन किया जाएगा। रंगायन सभागार में सायं 6:30 बजे यह प्रस्तुति होगी। नाटक की परिकल्पना, लेखन व निर्देशन आशीष श्रीवास्तव ने किया है। चेतना रंग समूह के कलाकार मंच पर इस मार्मिक कहानी को साकार करेंगे। बेटर हाफ एक बंगाली वृद्ध जोड़े की जिन्दगी के इर्द-गिर्द घूमती है। दोनों पति-पत्नी शादी के 30 साल बाद भी एक-दूसरे से बेहद प्यार करते हैं। अचानक उनकी जिंदगी में दु:खद मोड़ आता है और दोनों एक दूसरे से अलग हो जाते हैं। नाटक प्रेम, वियोग और परमार्थ के भावों को व्यक्त करता है।