जयपुर। ट्रांसपोर्ट नगर थाना इलाके के सेठी कॉलोनी स्थित बाल सुधार गृह से सोमवार की सुबह बाईस बालअपचारी खिड़की की जाली काट कर फरार हो गए। एक साथ बाल सुधार गृह से बाईस बच्चों के फरार होने के बा अधिकारियों में हड़कंप मच गया है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार फरार हुए बालअपचारियों में आठ पर दुष्कर्म और तेरह पर हत्या के प्रयास का मामला चल रहा हैं। जबकि एक पर हत्या का मामला दर्ज है।
फरार बच्चे बाल सुधार गृह के स्टोर में घुसकर तोड़फोड़ कर खिडकी जाली काट भागने की वारदात को अंजाम दिया है। पुलिस ने बताया कि बाल अपचारियों के भागने की खबर मौजूद गार्ड तक को नहीं लगी। सभी अपचारियों ने बड़े ही शातिराना तरीके से वारदात को अंजाम दिया है। पुलिस ने बताया कि बच्चों को पकड़ने के लिए टीमें गठित कर दी गई है। साथ ही यह भी जांच किया जा रहा है कि अपचारियों ने कैसे इतने बड़े वारदात को अंजाम दिया। साथ ही एफएसएल की मदद से साक्ष्य जुटाए गए है और सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे है।
पुलिस उपायुक्त जयपुर पूर्व ज्ञानचंद यादव ने बताया कि घटना ट्रांसपोर्ट नगर थाना इलाके के सेठी कॉलोनी स्थित बाल सुधार गृह की है। जहां सोमवार सुबह चार से पांच बजे के बीच बाल अपचारी जाली काटकर भाग निकले। इसकी जानकारी गार्ड ने पुलिस कंट्रोल रूम को दी। जानकारी के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और घटनास्थल की जानकारी लेक इलाके में नाकांबदी करवाई। पुलिस की अब तक की जांच में सामने आया है कि किसी बाहरी व्यक्ति ने इन बालअपचारियों को भगाने की योजना की है। पहले बालअपचारियों ने गैस कटर से खिड़की के एंगल को काटा। फिर जाली काटने के बाद सुबह पागल खाने के रास्ते होते हुए फरार हो गए। सिक्योरिटी गार्ड ने एक बाल अपचारी को भागने के दौरान पकड़ लिया था।
जानकारी मिलने पर बालअपचारियों के घर और संभावित ठिकानों पर पुलिस टीमों को भेज कर जांच कराई जा रही है। पुलिस अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर सबूत जुटाए हैं। एक रिपोर्ट लेकर इन बाल अपचारियों के खिलाफ शिकायत दर्ज की जाएगी। सभी नाबालिगों के परिवार को जानकारी दे दी गई है। बाल अपचारियों का रिकॉर्ड पुलिस ने बाल सुधार गृह से ले लिया है। साथ ही नाबालिग के घरों के पास वाले थाने को भी सूचना दी गई है। पुलिस को बाल सुधार गृह की ओर से अभी तक कोई शिकायत नहीं मिली है। जानकारी के अनुसार ऐसा पहली बार हुआ है जब इतनी बड़ी संख्या में बालअपचारी बाल सुधार गृह से एक साथ फरार हुए हो। सभी बाल अपचारी करीब दो साल से बाल सुधार गृह में रह रहे थे।
गौरतलब है कि बाल सुधार गृह में पिछले एक में ऐसी घटनाएं लगातार बढ़ी हैं। इसी तरह आठ महीने पहले भी एक साथ पन्द्रह बच्चों ने ऐसी ही वारदात को अंजाम दिया था।