जयपुर। वैशाली नगर स्थित अर्पित नगर बस्ती की बंजारा बस्ती में नौ कुंडीय गायत्री महायज्ञ आयोजित किया गया। अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार की शाखा गायत्री शक्तिपीठ ब्रह्मपुरी और गायत्री शक्तिपीठ कालवाड़ के विद्वानों की टोली ने विधिवत पूजन के साथ हवन करवाया। मुख्य यजमान दीपक अग्रवाल ने सप्तनीक दीप प्रज्वलन कर मां गायत्री का पूजन किया। व्यास पीठ से महेंद्र कुमार और उमाशंकर खंडेलवाल ने वेद माता गायत्री, गुरू सत्ता और प्रमुख देवी देवताओं का भाव भरा आह्वान करवाया।
अग्नि प्रज्वलन कर गायत्री और महामृत्युंजय मंत्र से विश्व कल्याण की कामना के साथ आहुतियां अर्पित करवाई। यज्ञ की पूर्णाहुति में लोगों ने नशा छोड़ने और बस्ती में सफाई अभियान चलाने का संकल्प लिया। आयोजन स्थल पर नशा मुक्ति प्रदर्शनी भी लगाई गई। घुमंतू जाति उत्थान न्यास के जयपुर महानगर संयोजक राकेश कुमार शर्मा ने कहा कि घुमंतु समाज देश का कर्म योगी समाज है जो अभावों में भी खुश रह कर दूसरों को प्रेरणा दे रहा है। घुमंतु समाज बच्चों को शिक्षित करे और युवाओं को स्वरोजगार का प्रशिक्षण देकर आत्म निर्भर बनाए। इस मौके पर शेखावाटी हॉस्पिटल के कार्यकारी निदेशक डॉ एस पी यादव के निर्देशन में निशुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। बड़ी संख्या में लोगों ने चिकित्सा परामर्श लिया।
मुख्य अतिथि एडीशनल कमिश्नर एफडीए पंकज ओझा थे। उन्होंने कहा कि विश्व में सनातन धर्म तेजी से फैल रहा है। क्योंकि सनातन धर्म विश्व कल्याण की कामना करता है। घुमंतू जाति को मुख्यधारा में लाने के लिए इस तरह के कार्यक्रम मील का पत्थर साबित होंगे। विशिष्ट अतिथि
डॉ के के शर्मा, सी एम सारस्वत, डॉ आशीष गौड़ , डॉ अलका गौड़ भैंरु राम और इंडियन फार्मासिस्ट एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष सर्वेश्वर शर्मा थे। गायत्री चेतना केंद्र मुरलीपुरा के मनोज पारीक ने सभी अतिथियों का दुपट्टा पहनाकर और साहित्य भेंट कर सम्मानित किया। सेवानिवृत आईएएस अधिकारी दीपक नंदी की ओर से उपस्थित सभी लोगों को गायत्री परिवार की ओर से गायत्री चालीसा, लॉकेट, पुस्तक, देव स्थापना चित्र भेंट किया गया। घुमंतू कार्य के क्षेत्र प्रमुख महावीर शर्मा ने आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का समापन शांतिपाठ के साथ हुआ। क़रीब चार सौ लोगो ने प्रसादी ग्रहण की।