जयपुर। जल जीवन मिशन में करोड़ों रुपये के घोटाले के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम से मिले नोटिस का पूर्व मंत्री महेश जोशी ने जवाब देते हुए पन्द्रह दिन का समय मांगा है। जोशी ने कहा कि ईडी ने शॉर्ट नोटिस के अंदर बुलाया है, उनको जो दस्तावेज लाने के लिए कहा गया है, उसमें समय लगेगा। इसलिए ईडी से पन्द्रह दिन का समय मांगा है। अगर ईडी समय देगी तो सभी दस्तावेज लेकर पहुंच जाऊंगा।
गौरतलब है कि ईडी ने पूर्व मंत्री महेश जोशी को दो दिन पहले नोटिस जारी कर पूछताछ के लिए 18 मार्च यानि सोमवार को जयपुर स्थित ईडी मुख्यालय पहुंचने के लिए कहा। महेश जोशी के करीबी संजय बड़ाया से पिछले तीन दिनों से ईडी मुख्यालय में पूछताछ चल रही है। इसके बाद ईडी ने यह नोटिस जारी कर महेश जोशी को बुलाया। जानकारी के अनुसार जल जीवन मिशन में टेंडर से लेकर अलॉटमेंट, काम, खुदाई और पाइप लगाने के काम में जमकर भ्रष्टाचार हुआ है। एसीबी में दर्ज एफआईआर को आधार बनाते हुए ईडी ने इस मामले की जांच शुरू की थी। इसे लेकर ईडी एक बार जल जीवन मिशन से जुड़े सीनियर आईएएस अधिकारी के आवास और ऑफिस में भी सर्च कर चुकी है।
जिस तरह से ईडी पिछले सात दिनों से जल जीवन मिशन में हुई बंदरबांट को लेकर जलदाय विभाग के अधिकारियों और ठेकेदारों से पूछताछ कर रही है, उससे महेश जोशी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। ईडी की टीम ने 16 जनवरी को पूर्व मंत्री महेश जोशी और उनसे जुड़े लोगों के ठिकानों पर छापे मारे थे। जयपुर, दिल्ली और गुजरात की 10 टीमों ने सुबह 5 बजे जयपुर, बांसवाड़ा समेत कई जिलों में स्थित ठिकानों पर छापे की कार्रवाई शुरू की थी।
इनमें महेश जोशी के 2 घर, जलदाय विभाग के 2 ठेकेदारों और 2 अधिकारियों के ठिकाने शामिल थे। 15 घंटे चली पूछताछ के बाद ईडी के अधिकारी महेश जोशी के घर से वापस चले गए थे। ईडी की कार्रवाई के दौरान महेश जोशी, उनकी पत्नी व बहू से कुछ फाइलों को लेकर पूछताछ की गई थी।