जयपुर। नेटथियेट कार्यक्रमों की श्रृंखला में कथक नृत्य अकादमी की ओर से कथक गुरू अभिलाषा जैन के निर्देशन में फागनृत्य ने जमाया होली का रंग। नेटथियेट के राजेन्द्र शर्मा राजू ने बताया कि कथक नृत्य अकादमी की छात्राओं द्वारा कार्यक्रम की शुरूआत गणेश वंदना से की। इसके बाद शुद्ध जयपुर कथक में आमद चक्करदार तोडे, तिहाईयां, चक्करदार परणें,लडे से साकार किया।
कथक के साथ-साथ कलाकारों ने होली का रंग जमाते हुये होलिया में उडे रे गुलाल का मस्ती भरा नृत्य कर सभी को झूमने पर मजबूर किया। इसके बाद धूम मची होरी वृंदावन मै कैसे होरी खेलूंगी गीतों पर नृत्य किया और अंत में राधाकृष्ण की फुलों की होली ने मनमोहक रंग से दर्शकों को होली के रंगो से सरोबार किया।
कार्यक्रम में कलाकार विदुषी, अनन्या, श्रेया, ऐश्नी, अवनी, ऋषिमा, आन्या, सोनाक्षी, तविशी, निश्का, वाणी, दहुश्री, सिद्धि, वान्या, वैष्णवी ने जितनी खूबसूरती के साथ जयपुर कथक को प्रस्तुत किया उतनी मनमोहकता के साथ होली नृत्यों को पेश किया। कार्यक्रम संयोजक नवल डांगी और कैमरा मनोज स्वामी, संगीत सागर विनोद गढवाल, प्रकाश तपेश, मंच व्यवस्था रेणू सनाढ्य, अंकित शर्मा और जीवितेश शर्मा की रही।