जयपुर। विश्वकर्मा थाना पुलिस ने प्रोपर्टी में निवेश करने का झांसा देकर करोड़ो रुपयों की ठगी करने वाली अंतर्राज्यीय गिरोह के चार ठगो को मुरादाबाद उत्तर प्रदेश के गिरफ्तार किया है। पुलिस आरोपितों से कई वारदात खुलने की संभावना जता रहीं है।
पुलिस उपायुक्त जयपुर पश्चिम अमित कुमार ने बताया कि विश्वकर्मा थाना पुलिस ने प्रोपर्टी में निवेश करने का झांसा देकर करोड़ो रुपयों की ठगी करने वाली अंतर्राज्यीय गिरोह के राजेंद्र प्रसाद शर्मा (48) व रामअवतार शर्मा (54) निवासी निवासी गडा जिला चतरपुर मध्यप्रदेश,पंकज शुक्ला (35) निवासी प्रीत विहार कॉलोनी खुशहालपुर मझोला मुरादाबाद उत्तर प्रदेश व नरेंद्र कुमार (30) निवासी मुरादाबाद यूपी को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में सामने आया है कि शातिर ठगों ने जयपुर सहित जयपुर ग्रामीण व अन्य जिलों व राज्यों में काफी लोगों को उक्त तरीके से अपने जाल में फंसाया और बहुत कम समय में करोड़ों रुपयों की ठगी की।
लोगों को जब इनकी जालसाजी का पता चला तो राजेंद्र प्रसाद शर्मा व रामअवतार शर्मा अपना गांव छोड़कर बागेश्वर धाम मध्य प्रदेश में जाकर राजस्थानी पंड़ित होटल के नाम से होटल व्यवसाय प्रारंभ कर दिया। आरोपित उत्तर प्रदेश व दिल्ली जाकर रहने लग गए और अपना मोबाइल फोन व नम्बर बदलकर वहां रहने लग गए। पुलिस ने तकनीकी सहायता से चारों आरोपितों को दस्तयाब कर ठगी का पर्दाफाश किया। वहीं शेष आरोपितो की तलाश जारी है। पुलिस जानकारी में सामने आया है कि वारदात को अंजाम देने वाले ठग गिरोह में लगभग आठ से दस व्यक्ति शामिल है।
जानकारी के अनुसार राजेंद्र प्रसाद शर्मा व रामअवतार शर्मा की बस्सी जाजोद सीकर में पुश्तैनी खातेदारी की जमीन है। जिन्होंने उत्तर प्रदेश निवासी पंकज शुक्ला,नरेंद्र कुमार व अन्य लोगों के साथ मिलकर जमीन विक्रय के नाम से इकरारनामा बनाकर लोगों से साईपेटे के नाम से मोटी रकम हड़प करने की योजना बनाकर जयपुर ग्रामीण व अन्य जिलों व राज्यों के लोगों जो प्रोपटी व्यवसय में रुचि रखते है। उन्हे चिन्हित करते।
जिसके बाद आरोपी पंकज शुक्ला व नरेंद्र कुमार चिन्हित लोगों से चालाकी व अपने जाल में फसाकर उन्हे प्रोपर्टी में काफी मोटे मुनाफे का लालच देकर सस्ते भावों में जमीन दिलाने व महंगे भाव में बिकवाने का लालच देते और जमीन मालिक राजेंद्र प्रसाद व रामअवतार से उनकी मुलाकात करवा जमीन सस्ते भाव में बेचने का नाटक करते और जमीन का सौदा तय कर साईपेटे के लाखों रुपए ले लेते और इकरारनामा तैयार करवा फरार हो जाते ओर पैसो को आपस में बाँट लेते।