जयपुर। पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने शुक्रवार को मृतक मोहनलाल सिंधी के परिवार वालों से मिलकर नाहरी का नाका व्यापार मंडल के व्यापारियों की मदद से ₹1 लाख रुपए का सहायता चेक मृतक मोहनलाल सिंधी की मां को दिया।
खाचरियावास ने मोहनलाल सिंधी की शोक सभा को संबोधित करते हुए कहा की गरीब ठेले वाला मोहन सिंधी जो चार बहनों में अकेला भाई था उसकी बेट से मार-मार के हत्या मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के सुरक्षा अधिकारी के बेटे ने कर दी। जिस दर्दनाक ढंग से बेवजह ठेले वाले मोहनलाल सिंधी को मार दिया गया इसके बावजूद भाजपा सरकार का कोई भी प्रतिनिधि और मुख्यमंत्री ने अभी तक मोहन सिंधी के परिवार मे उसकी मां बहन की सुध नहीं ली।
मुख्यमंत्री के सुरक्षा अधिकारी के बेटे और उसके परिवार ने पूरे सबूत मिटा दिए। मृतक मोहन सिंधी की मां और बहनों ने मुझे बताया हमें उसकी लाश तक नहीं देखने दी और जबरन पुलिस ने उसका दाह संस्कार करवा दिया।
खाचरियावास ने कहा कि मुख्यमंत्री को तुरंत प्रभाव से मोहन सिंधी के परिवार से मिलकर एक करोड रुपए की आर्थिक सहायता देनी चाहिए। उसकी दोनों बहनों को सरकारी नौकरी देनी चाहिए और उसके परिवार का भरण पोषण की संपूर्ण जिम्मेदारी सरकार को लेनी होगी।
जब मुख्यमंत्री के सुरक्षा अधिकारी और उनके बच्चे खुलेआम लोगों की हत्या करेंगे तो फिर जनता को कौन बचाएगा? मुख्यमंत्री जयपुर से विधायक हैं सिंधी समाज द्वारा इस विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री और भाजपा को जिताने में सबसे बड़ी भूमिका निभाई है लेकिन भाजपा का चरित्र ऐसा ही रहा है कि जब लोग मुसीबत में होते हैं तो भाजपा के नेता मुंह फेर लेते हैं।
खाचरियावास ने कहा कि मोहन सिंधी के परिवार के परिवार की एफआईआर मुख्यमंत्री सचिवालय के दबाव में बहुत कमजोर लिखी गई है। मुख्यमंत्री के सुरक्षा अधिकारी को बचाया जा रहा है पूरे मामले में सबूत मिटा दिए गए हैं ऐसे में गरीब मोहन सिंधी के परिवार को न्याय मिलना मुश्किल है।
खाचरियावास ने कहा कि इस मामले में कांग्रेस राज्यपाल से मिलकर पूरे प्रकरण में मोहन सिंधी के परिवार को न्याय दिलाने एक करोड़ की सहायता देने, दोनों बहनों को सरकारी नौकरी देने और सभी अपराधियों को गिरफ्तार कर सख्त कार्रवाई करने की मांग करेगी।