जयपुर। फर्जी पुलिसकर्मी बनकर महिलाओं को लूटने वाले गिरोह के दो सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। यह गिरोह अब तक करीब करोड़ों रुपए का सोना लूट चुकी है। आरोपियों से जवाहर नगर थाना पुलिस पूछताछ कर रही है। इस गिरोह के सदस्यों ने 10 राज्यों में लूट की वारदातें की है। सोना लूटने वाली ईरानी गैंग के सदस्यों से पुलिस पूछताछ कर रही है। पुलिस ने इस गिरोह को पकड़ने के लिए शहरभर में लगे सैंकड़ों सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली।
गैंग का मास्टर माइंड शंका से बचने के लिए पत्नी को साथ में रखता था। पुलिस ने दोनों को पकड़ने के लिए कई किलोमीटर तक उनका पीछा किया। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 3 वाहन, 5 मोबाइल, नकली गहने और फर्जी पुलिस आईडी व अलग-अलग एड्रेस के आधार कार्ड बरामद किए है। पुलिस पूछताछ में कई अहम खुलासे होने के साथ ही गैंग के फरार बदमाशों की तलाश की जा रही है।
पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ ने बताया कि अन्तरराज्जीय ईरानी गैंग के मास्टर माइंड साजिद उर्फ सिकन्दर (36) पुत्र हैदर उर्फ सखी और उसकी पत्नी जेहरी कनीज (32) निवासी पुरानी पाडा भिवंडी ठाणे महाराष्ट्र को गिरफ्तार किया गया है। मास्टर माइंड साजिद उर्फ सिकन्दर ने अपने गैंग के बदमाशों के साथ मिलकर जयपुर शहर में 27 मार्च को श्याम नगर व मानसरोवर इलाके में और 29 मार्च को जवाहर नगर, आदर्श नगर, मोती डूंगरी और अशोकनगर इलाके में पुलिसकर्मी बनकर डरा-धमकाकर बुजुर्ग महिलाओं से सोने के गहने उतरवाकर लूट की वारदातें की थी। डीसीपी (पूर्व) कावेन्द्र सिंह सागर के सुपरविजन में जवाहर नगर थानाधिकारी दौलतराम गुर्जर और डीएसटी (पूर्व) के पुलिस इस्पेक्टर लक्ष्मीनारायण के नेतृत्व में टीम गठित किया गया।
फर्जी पुलिसकर्मी बनकर सोने के गहने लूटने वाली गैंग के बारे में पड़ोसी राज्यों से कॉन्टैक्ट किया गया। सूचनाओं के आधार पर पड़ोसी राज्य दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, आंध्रप्रदेश आदि जगहों पर इस तरह फर्जी पुलिसकर्मी बनकर ईरानी गैंग के वारदातें कर करोड़ों रुपए का सोना लूटने की जानकारी मिली। वारदातस्थलों से लेकर ईरानी गैंग के आने-जाने के रुट को लेकर सीसीटीवी फुटेजों को खंगाला गया। 700 से अधिक सीसीटीवी फुटेजों को खंगालने पर पुलिस टीम ईरानी गैंग के मास्टर माइंड के जगतपुरा स्थित किराए के फ्लैट पर जा पहुंची। पुलिस के पहुंचने से पहले ही मास्टरमाइंड अपनी पत्नी और गैंग के बदमाशों के साथ एक्सयूवी कार लेकर निकल चुका था।
पुलिस टीमों ने ईरानी गैंग के मास्टर माइंड का पीछा करना शुरू किया। पुलिस से बचने के लिए शातिर क्रिमिनल ज्यादा समय तक एक ही स्थान पर नहीं रुकता था। 2 सप्ताह तक पुलिस टीम मास्टर माइंड का पीछा करते हुए महाराष्ट्र, मुम्बई, ईरानी पाडा भिवानी, मध्यप्रदेश, गुजरात आदि जगहों पर लगातार पीछा करते हुए आरोपी के ठिकाने तक पहुंच गई। पुलिस टीम ने मास्टर माइंड साजिद उर्फ सिकन्दर और उसकी पत्नी जेहरी कनीज को अरेस्ट किया।
पूरी प्लानिंग कर करते वारदात
पूछताछ में सामने आया है कि आरोपी मास्टर माइंड ने राजस्थान सहित 10 राज्यों में करोड़ों रुपए का सोना लूटा है। प्लानिंग के तहत ही गैंग फर्जी पुलिसकर्मी बनकर टारगेट महिला से सोना लूटने की वारदात करता था। पुलिस के शक से बचने के लिए वह अपनी पत्नी को साथ रखता था। अलग-अलग एड्रेस के बनवा रखे आधार कार्ड से किराए पर फ्लैट लेता। बाइक और स्कूटी से रेकी करने के साथ पुलिस की नाकाबंदी की भी जानकारी कर लेता था।
बाइक-स्कूटी पर फर्जी नंबर प्लेट लगाकर सुबह के समय सोना पहने दिखने वाली बुजुर्ग महिलाओं को टारगेट करते। आंध्रा पुलिस का फर्जी आईडी कार्ड दिखाकर महिला को मर्डर जैसी वारदात होना बताकर डराते। पुलिसकर्मी बनकर धमकाकर सोने के गहने उतारकर अंदर रखने की कहते। गहने उतार कर रखने के दौरान छीनकर या नकली गहने कागज में लपेट देकर फरार हो जाते थे।
पुलिस ने आरोपी के कब्जे से एक स्कूटी, एक बाइक और एक एक्सयूवी कार बरामद की है। मास्टर माइंड के कब्जे से 5 मोबाइल मय सिमकार्ड और तीन सिमकार्ड कागज में लिपटे मिले है। दो फर्जी नंबर प्लेट के साथ आंध्रा पुलिस का फर्जी आईडी कार्ड व अलग-अलग एड्रेस के मास्टर माइंड और उसकी पत्नी के आधार कार्ड और नकली सोने की चुड़ियां व इलेक्ट्रोनिक कांटा जब्त किया गया है।
पूछताछ में सामने आया है कि महज कुछ ही मिनटों में वह गैंग के सदस्य के साथ कई वारदात करता। गहने लूटने के बाद पत्नी के साथ कार में बैठकर निकलने पर नाकाबंदी में पुलिस को उस पर शक नहीं होता था।