जयपुर। पुत्र के सामने पिता से मारपीट के मामले में भांकरोटा पुलिस एक दूसरा चेहरा भी देखने को मिला। चिरंजीलाल से मारपीट करने वाले पुलिसकर्मी को ही थानाधिकारी ने इस पूरे घटनाक्रम की जांच सौंप दी गई थी। हालांकि इस मामले में डीसीपी ने हेड कांस्टेबल और कांस्टेबल को सस्पेंड कर दिया है। वहीं मौके पर मौजूद अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ जांच के आदेश एडिशनल डीसीपी गुरुशरण राव को दिए हैं।
वहीं इस मामले में पीड़ित का कहना है कि पुलिसकर्मी जबरन उसके घर का ताला तोड़ने की कोशिश कर रहे थे। मैंने उनको बैठकर बात करने के लिए कहा, लेकिन उन्होंने कोई बात नहीं सुनी और मारपीट करने लगे। धमकी दी कि तुम सब लोगों को जेल में बैठा दूंगा और तुम सब लोगों पर केस कर दूंगा।
इस मामले में अभी तक बुजुर्ग महिला से हाथापाई करने वाली महिला कांस्टेबल और पीसीआर के ड्राइवर पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। डीसीपी ने इनके खिलाफ जांच के आदेश दिए हैं। वीडियो में सीए चिरंजी लाल शर्मा के साथ मारपीट करते हुए तीन पुलिसकर्मी दिखाई दे रहे हैं, जिसमें हेड कॉन्स्टेबल सुनील, कांस्टेबल राजपाल और पीसीआर का ड्राइवर शामिल है, जबकि एक दूसरे वीडियो में महिला कॉन्स्टेबल पार्वती बुजुर्ग महिलाओं के साथ हाथापाई करते नजर आ रही है।
डीसीपी वेस्ट ने हेड कांस्टेबल और कांस्टेबल को सस्पेंड कर दिया, लेकिन महिला कांस्टेबल पार्वती और पीसीआर ड्राइवर के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया। हालांकि डीसीपी वेस्ट ने सभी की भूमिका के बारे में जांच करने के लिए अधिकारियों को कहा है।
पीड़ित ने बताया कि मैंने उनसे कहा कि आप बात तो कीजिए क्या मामला है, लेकिन उन्होंने सुनवाई नहीं की, बल्कि मेरे साथ मारपीट शुरू कर दी। इस दौरान शोर करने पर आस-पड़ोस के लोग वहां पहुंचे और बीच-बचाव करने लगे तो पुलिसवालों ने उनके साथ भी मारपीट की। हेड कॉन्स्टेबल सुनील कुमार ने धमकियां देना शुरू कर दिया कि तुम सब लोगों को जेल में बैठा दूंगा और तुम सब लोगों पर केस कर दूंगा। सब लोगों को डराया-धमकाया और मारपीट की। इस मामले में एडिशनल डीसीपी गुरुशरण राव का कहना है कि फिलहाल उनकी चुनाव में ड्यूटी है। चुनाव के बाद इस मामले की जांच की जाएगी।