जयपुर। करधनी थाना पुलिस ने मंगलम सिटी के पास सुनसान स्थान पर नग्न अवस्था में मिली महिला के शव के मामले का पर्दाफाश करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस जानकारी में सामने आया है कि दोनों आरोपी महिलाओं से वेश्यावृति करवाने का काम करते है। मृतका को भी आरोपी वेश्यावृत्ति करवाने के लिए लेकर जा रहे थे। इसी दौरान आरोपियों ने महिला को उनसे संबंध बनाने की बात कहीं तो उसने मना कर दिया। इस पर आरोपियों ने महिला को मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद उसके शव को सुनसान स्थान पर फेंक कर फरार हो गए।
पुलिस उपायुक्त जयपुर (पश्चिम) अमित ने बताया कि दो जून को सात नम्बर बस स्टेण्ड से मंगलम सिटी की तरफ जाने वाली रोड पर एक अज्ञात महिला का नग्न अवस्था में शव पड़ा मिला और उसके चेहरे पर धारदार हथियार से वार किया गया था। महिला के शरीर के अन्य भागों पर भी चोट के निशान मिले थे। मौके पर एक कार के टायरों के निशान भी मिले । इस मामले में पुलिस ने आशाराम स्वामी और राहुल अग्रवाल को गिरफ्तार किया गया है और दोनों आरोपी वेश्यावृत्ति का काम करते है। वहीं मृतका पश्चिम बंगाल की रहने वाली थी।
छह सौ से अधिक गाड़ियों का डेटा किया एनालिसिस
पुलिस को घटनास्थल पर कार के टायरों के निशान मिले थे। इस आधार पर पुलिस ने घटना स्थल और उसके आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज चौक किया और घटना स्थल के आस-पास वाले एरिए से गुजरने वाली करीब छह सौ गाड़ियों का रिकॉर्ड लेकर उनका एनालिसिस किया। एनालिसिस में एक कार को आने और उसके वापस जाने के समय में ज्यादा समय लगना पाया गया, इस आधार पर कार का संदिग्ध मानते हुए उसका पीछा किया गया। कार के नम्बर में भी स्पष्ट नहीं थे।
लेकिन सीसीटीवी फुटेज के आधार पर कार के अंतिम लोकेशन तक उसका पीछा किया गया। फिर वहां पर सादा वर्दी में पुलिस के जवान तैनात किए गए। इसी आधार पर पुलिस ने संदिग्ध लोगों को पकड़ कर उनसे पूछताछ की तो सारा मामला खुलकर सामने आया गया। मामले की छानबीन के लिए अलग-अलग 45 टीम का गठन किया गया था।
दुष्कर्म के मामले में जेल जा चुका एक आरोपी
आरोपी आशाराम स्वामी पुलिस थाना झोटवाड़ा तथा मालपुरा गेट थाने में दर्ज मामलों में जेल जा चुका है। 8 अक्टूबर 2019 में एक महिला ने झोटवाड़ा थाने में मामला दर्ज करवाया था कि उसकी पुत्री का अपहरण कर आशाराम एवं राजपाल सिंह ने मारपीट कर उससे दुष्कर्म किया। इस मामले में आशाराम और राजपाल सिंह जेल जा चुके है। इसके अलावा मालपुरा गेट में एक महिला ने मामला दर्ज करवाया कि 22 मई 2022 को आशाराम स्वामी, राहुल अग्रवाल, सुनील कुमार ने एक महिला के सहयोग से उसके साथ दुष्कर्म किया था इस मामले में चारों जेल जा चुके है।
वेश्यावृत्ति के धंधे पर भेजने के पहले आरोपी बनाते थे महिलाओं से संबंध
आशाराम और राहुल अग्रवाल दोनों मिलकर वेश्यावृत्ति का काम करते है। वेश्यावृत्ति पर भेजने से पहले आरोपी महिला के साथ संबंध बनाते थे। विरोध करने पर उसके साथ मारपीट करने से लेकर हत्या तक कर देते थे। अब तक आरोपी कितनी महिलाओं को वेश्यावृत्ति के धंधे में भेज चुके है। इसकी पुलिस जानकारी जुटा रही है।
दो साल पुराने हत्या कांड का भी पुलिस ने किया खुलासा
पुलिस ने एक दो साल पुराने हत्याकांड भी खुलासा किया है। आशाराम स्वामी तथा राहुल अग्रवाल से पूछताछ में सामने आया कि 2022 में एक लड़की को वेश्यावृत्ति करवाने के लिए बुलाया, उसके साथ शारीरिक संबंध बनाने की कोशिश की गई। विरोध करने पर आरोपियों ने उसके साथ मारपीट कर हत्या कर दी। इसके बाद उसके चेहरे पर धारदार हथियार से वार कर चेहरे को कुचल दिया। इसके बाद शव को कालवाड़ में फेंक दिया था।
इस वारदात को सुनील कुमार उर्फ सोनिया, मनीषा उर्फ कनक, राहुल अग्रवाल और आशाराम द्वारा अंजाम दिया गया। आशाराम मूलतः कुचामन सिटी डीडवाना का रहने वाला है और वह मंगलम सिटी के पास कालवाड़ रोड पर रहता है। राहुल अग्रवाल मूलतः महुआ दौसा का रहने वाला है और वर्तमान में किराए से गणेश नगर करधनी में रहता है। वहीं कालवाड़ वाले मामले में अन्य गिरफतार सुनील कुमार नदबई और मनीषा उर्फ कनक दौसा की रहने वाली है।