जयपुर। गलता गेट थाना पुलिस ने एक व्यवसायी की दिल्ली में हत्या करने के मामले में पति-पत्नी सहित चार बदमाशों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस जानकारी में सामने आया है कि आरोपित महिला ने प्रेम जाल में फंसाकर व्यवसायी को दिल्ली मिलने बुलाया था और फिर अपने साथियों के साथ मिलकर बंधक बनाया। हाथ-पैर बंधे व्यवसायी की फोटो भेज कर परिजनों को भेजकर पचास लाख रुपए की फिरौती मांगी थी। फिरौती की रकम नहीं मिलने पर हत्या कर लाश को गद्दे में बांधकर नाले में फेंक दी थी।
पुलिस उपायुक्त जयपुर (उत्तर) राशि डोगरा डूडी ने बताया कि गलता गेट निवासी दिलीप सांवरिया की
हत्या के मामले में आरोपी अंजली सोनी (21) पत्नी प्रदीप गोस्वामी निवासी घोसपुरा कॉलोनी ग्वालियर मध्य प्रदेश और पति प्रदीप (23) पुत्र रामसिंह निवासी गांव रिठोश कल्ला मुरैना मध्यप्रदेश को गिरफ्तार किया गया है।
दोनों फिलहाल जयपुर के गलता गेट स्थित गणेश पुरी कॉलोनी के सत्यम मार्ग पर रह रहे थे। इनके साथी विजय (29) पुत्र हंसराज निवासी पावटा प्रागपुरा हाल जेजे कॉलोनी नांगली दिल्ली और संतोष कुमार (25) पुत्र शिवलाल निवासी चमोली उत्तराखंड हाल पिरागढी मिया पाली नगर दिल्ली को गिरफ्तार किया है। वहीं इस मामले में फरार दो आरोपियों की तलाश में पुलिस टीमें दबिश दे रही है।
पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से लाश ठिकाने लगाने में प्रयुक्त कार को जब्त कर ली है। इस संबंध में गलता गेट निवासी पीयूष सांवरिया ने 28 मई को पिता दिलीप सांवरिया (51) की गुमशुदगी दर्ज करवाई थी। शिकायत में बताया कि पिता दिलीप सांवरिया ई-रिक्शा की बैटरी का व्यवसाय करते हैं। 20 मई की रात फरीदाबाद जाने की कहकर निकले थे। सात दिन बीतने के बाद भी उसने सम्पर्क नहीं हो रहा है। 28 मई को सुबह उनके ही मोबाइल से व्हाट्सएप पर फोटो भेजी गई। इसमें उनके मुंह पर टेप और हाथ-पैर बंधे हुए हैं।
कॉल कर 50 लाख रुपए की फिरौती मांगी गई। इस पर पुलिस ने व्यवसायी दिलीप सांवरिया की मोबाइल की लोकेशन निकलवाई। लास्ट लोकेशन कानोता इलाके में अलग-अलग जगह की आई। लापता होने के दौरान की लोकेशन दिल्ली की भी मिली। कॉल डिटेल के आधार पर पता चला कि व्यवसायी दिलीप सांवरिया गलता गेट निवासी अंजली सोनी नाम की महिला से सम्पर्क में था। संदिग्ध अंजली की लोकेशन चेक करने पर दिल्ली की मिली। शक के आधार पर पुलिस ने जानकारी जुटाना शुरू किया। अंजली और ई-रिक्शा चलाने वाला उसका पति प्रदीप गायब मिले।
पुलिस जांच में सामने आया कि व्यवसायी और अंजली के बीच संबंध थे। व्यवसायी से अंजली ने करीब 30 हजार रुपए उधार भी ले रखे थे। पुलिस की एक टीम को दिल्ली भेजा गया। मोबाइल लोकेशन के आधार पर पुलिस टीम ने करीब 4 दिन तक दिल्ली में लापता दिलीप सांवरिया की तलाश करते हुए एक फ्लैट चिह्नित किया। फ्लैट की तलाशी में पुलिस को दिलीप सांवरिया की हत्या के सबूत मिले।
पुलिस को दिल्ली के 300 से अधिक सीसीटीवी खंगालने पर एक संदिग्ध कार दिखाई दी। फुटेज के आधार पर दिल्ली के सुल्तानपुरा माजरा स्थित सरकारी स्कूल के पास गंदे नाले में सर्च किया। जहां पुलिस को छह फीट ऊंची दीवार पर चढ़कर देखने पर नाले में गद्दों का बंडल पड़ा दिखाई दिया। नाले से बाहर निकालकर बंडल को खोला तो तकिए, प्लास्टिक के कट्टे, बेडशीट के साथ दिलीप सांवरिया की लाश लिपटी मिली। लाश के हाथ-पैर बंधे थे। मुंह पर टेप लगा था। पुलिस प्रथम दृष्टया जांच में गला घोंटकर हत्या करना सामने आया। पुलिस ने दिल्ली में ही शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया।
पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू की। मुखबिर से पता चला कि हत्या कर हत्यारे फरारी काटने के लिए चार धाम के लिए रवाना हो गए हैं। पुलिस टीम ने मोबाइल लोकेशन के आधार पर दबिश देकर आरोपी अंजली और उसके पति प्रदीप को पकडा। उसके दो साथी विजय और संतोष को चंबोली में गोपेश्वर मंदिर से पुलिस टीम ने कार सहित पकड़ लिया। मामले में फरार मनीष और मुकेश की पुलिस टीम तलाश कर रही है। आरोपितों से पूछताछ में सामने आया कि मृतक दिलीप सांवरिया पिछले काफी समय से अंजली सोनी से रिलेशन में था।
अंजली उससे काफी परेशान हो गई थी। तीन मई को अंजली और उसका पति प्रदीप दिल्ली अपने साथियों के पास चले गए। साथियों के साथ मिलकर प्लानिंग की। अंजली ने कॉल कर दिलीप को मिलने के लिए दिल्ली बुलाया। एक बार मना करने पर दोबारा दबाव डालकर दिल्ली आने की कहा। बीस मई की रात दिलीप बस से दिल्ली के लिए रवाना हो गया। दिल्ली पहुंचते ही दिलीप को योजना के तहत गैंग ने बंधक बना लिया। दिलीप के हाथ-पैर बांधने के साथ मुंह पर टेप चिपका दिया। दिलीप के मोबाइल से ही वॉट्सऐप पर परिवार को फोटो भेजी। 50 लाख रुपए की फिरौती मांगी। लेकिन घरवाले रुपए लेकर नहीं आए।
अंजली और उसका पति प्रदीप साथियों के पास दिलीप सांवरिया को छोड़कर 21 मई को जयपुर आ गए। करीब 2 दिन बाद साथी विजय जयपुर आया। जयपुर आकर उसने दिलीप सांवरिया की हत्या कर शव नाले में ठिकाने लगाने के बारे में बताया। पुलिस को गुमराह करने के लिए विजय अपने साथ मृतक दिलीप सांवरिया का फोन लेकर जयपुर आ गया था। मृतक के मोबाइल से जयपुर में अलग-अलग जगहों पर ऑन कर लोकेशन सेट की। पुलिस को इस बात का पता नही चल सके की गुमशुदा का मर्डर हो गया। लोकेशन कानोता साइड का सेट कर वापस दिल्ली रवाना हो जाता है।