जयपुर। अखिल विश्व गायत्री परिवार के तत्वावधान में गायत्री जयंती – गंगा दशहरा पर्व 16 जून, ज्येष्ठ शुक्ल दशमी को धूमधाम से मनाया जाएगा। इस मौके पर दो दिवसीय आयोजन होंगे। 15 जून को सुबह से शाम तक सबकी सद्बुद्धि की कामना के साथ सामूहिक गायत्री महामंत्र का जाप किया जाएगा। शाम को राष्ट्र जागरण दीपयज्ञ होंगे।
गायत्री शक्तिपीठ ब्रह्मपुरी, गायत्री शक्तिपीठ वाटिका, गायत्री शक्तिपीठ कालवाड़, किरण पथ मानसरोवर स्थित श्री वेदमाता गायत्री वेदना निवारण केन्द्र में गायत्री जयंती पर विविध आयोजन होंगे। गायत्री शक्तिपीठ ब्रह्मपुरी में 15 जून को सुबह छह से शाम पांच बजे तक अखंड जप होंगे। इसके बाद दीपयज्ञ होगा। 16 जून को सुबह आठ बजे से पंच कुंडीय गायत्री महायज्ञ होगा। व्यवस्थापक सोहन लाल शर्मा और सहायक व्यवस्थापक मणिशंकर चौधरी ने बताया कि इस मौके पर दीक्षा, पुसंवन, नामकरण, यज्ञोपवीत सहित अन्य संस्कार भी कराए जाएंगे।
गायत्री शक्तिपीठ कालवाड़ में गायत्री जयंती महोत्सव रविवार, 16 जून को हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा। मुख्य ट्रस्टी धर्म सिंह ने बताया कि सुबह छह से आठ बजे तक गायत्री मंत्र जप होंगे। आठ से ग्यारह बजे तक पंच कुंडीय गायत्री महायज्ञ होगा। इसके बाद कार्यकर्ता गोष्ठी होगी। गायत्री शक्तिपीठ वाटिका में शनिवार 15 जून को शाम चार से पांच बजे तक गायत्री मंत्र जप और उसके बाद दीपयज्ञ होगा। रविवार, 16 जून को सुबह आठ बजे से पंच कुंडीय गायत्री महायज्ञ और पर्व पूजन होगा। पूर्णाहुति के बाद भोजन प्रसादी होगी।
गलताजी में होगी गालव गंगा की महाआरती
उत्तर भारत की प्रमुख वैष्णव पीठ उत्तर तोदाद्रि गलताजी में गलता पीठाधीश्वर स्वामी अवधेशाचार्य के सान्निध्य में गंगा दशमी महोत्सव रविवार, 16 जून को भक्तिभाव से मनाया जाएगा। गलता पीठ के युवराज स्वामी राघवेन्द्र ने बताया कि इस अवसर पर सुबह गलता जी स्थित पवित्र गौमुख का पूजन किया जाएगा। शाम को गालव गंगा जी की सामूहिक महाआरती की जाएगी।
तीर्थ जल से होगा मां गायत्री का अभिषेक
गलता गेट स्थित मंदिर श्री गीता गायत्रीजी पं. राजकुमार चतुर्वेदी के सान्निध्य में गायत्री जयंती महोत्सव 16-17 जून को धूमधाम से मनाया जाएगा। मंदिर प्रवक्ता नीतीश चैतन्य चतुर्वेदी ने बताया 16 जून को गायत्री माता सहित सभी विग्रहों का पंचामृत सहित विभिन्न तीर्थों के जल और दिव्य औषधियां से अभिषेक कर नूतन पोशाक धारण कराई जाएगी। आकर्षक श्रृंगार कर अमिया झांकी सजाई जाएगी । द्वादश सदाशिव ज्योतिर्लिंग का अभिषेक किया जाएगा। सोमवार, 17 जून सुबह 41 विद्वान सवा लाख गायत्री महामंत्र जाप करेंगे। शाम को दशांश हवन किया जाएगा।