जयपुर। दुर्गापुरा में स्थित रघु विहार कॉलोनी में बुधवार सुबह एक मकान में आग लग गई। मकान मालिक ने इसे रंग-पेंट का गोदाम बना रखा था। इसमें परिवार भी गोदाम रहता था। गनीमत रही कि आग लगने से कोई जनहानि नहीं हुई। सूचना पर मौके पर पहुंच कर दमकल विभाग ने करीब 15 दमकल और 5 टैंकरों की मदद से करीब पांच घंटे से अधिक समय में आग पर काबू पाया। आग से दो अन्य मकानों को भी नुकसान पहुंचा है। आग के बाद उठे धुएं से आस-पास रहने वाले लोगों को सांस लेने में तकलीफ का सामना करना पड़ा।
पुलिस के अनुसार बुधवार सुबह करीब 10 बजे दुर्गापुरा में स्थित रघु विहार कॉलोनी में तीन मंजिला मकान में बने रंग-पेंट के गोदाम में अचानक आग लग गई। आग ने कुछ ही समय में विकराल रूप धारण कर लिया। आग मकान की दूसरी मंजिल तक पहुंच गई। आग से पडोस के दो मकान को भी नुकसान पहुंचा है। स्थानीय लोगों की सूचना पर पुलिस प्रशासन और दमकल विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और करीब 15 दमकल तथा 5 टैंकरों की मदद से करीब पांच घंटे में आग पर काबू पाया जा सका।
एहतियात के तौर इलाके की विद्युत आपूर्ति को बंद करवाने के साथ आस-पास के कुछ मकानों को खाली करवा लिया गया। घटना रघु विहार कॉलोनी में प्लॉट नंबर 57 की है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि कॉलोनी में पिछले कई समय से मकान को गोदाम बनाकर काम किया जा रहा था। इस मकान में पेंट और थिनर जैसे ज्वलनशील पदार्थ रखे हुए थे। तीन मंजिला इमारत देखते ही देखते आग की चपेट में आ गई।
आग की सूचना मिलने पर दमकल के अधिकारी और एसीपी मानसरोवर संजय शर्मा मौके पर पहुंचे। दमकल की 15 गाड़ियां मानसरोवर, 22 गोदाम, बनीपार्क, मालवीय नगर से मंगवाई गई। आग बुझाने के लिए फॉम का भी इस्तेमाल किया गया। आग सबसे पहले बेसमेंट में लगी। जो पहली मंजिल तक पहुंची। फिर दूसरी मंजिल भी चपेट में आ गई। इसके बाद आग पड़ोस में रहने वाली डीपीआर डिप्टी डायरेक्टर रजनीश शर्मा के घर तक पहुंची। उनके घर को खाली करवाया गया। आसपास के दूसरे घर भी खाली करवाए गए। एसीपी मानसरोवर संजय शर्मा ने बताया कि रघु विहार कॉलोनी में प्लाट नंबर 57 में ज्वलनशील पदार्थ रखे हुए थे, जो कॉलोनी में रखना या गोदाम बनाना गैर कानूनी है।
आग के कारणों की जांच की जा रही है। आसपास के कुछ मकान आग से प्रभावित हुए हैं। पड़ोसी रजनीश शर्मा ने बताया कि उनकी दीवार आग की चपेट में आने से डैमेज हुई है। उनका एसी और अन्य उपकरण भी आग के चलते प्रभावित हुए। कॉलोनी में इस तरह के ज्वलनशील पदार्थ रख कर व्यापार करना गलत है।
मकान मालिक के खिलाफ दर्ज हो सकता है मामला
सीएफओ गौतम लाल ने बताया कि तीन मंजिला मकान के अलावा पड़ोस के मकान के नीचे के हिस्से को भी मकान मालिक ने गोदाम बना रखा था। आरोपी ने उस मकान को भी ले रखा था। आग का कारण शॉर्ट सर्किट हो सकता है। आग बुझाने के लिए अलग-अलग स्थानों से 15 दमकलों के साथ पानी के टैंकरों की मदद लेनी पड़ी। आग से कुछ अन्य मकानों को कुछ नुकसान पहुंचा है। आग लगने के बाद समय रहते मकान मालिक और उसका परिवार बाहर निकल आया। यह मकान एम के माहेश्वरी का है। सीएफओ का कहना है कि इस मामले में मकान मालिक के खिलाफ मामला दर्ज करवाया जा सकता है।
दमकलकर्मियों ने जान जोखिम में डालकर निकाले सिलेण्डर, पेंट के डिब्बों में होते रहे धमाके
गोदाम में आग लगते ही मकान मालिक ने परिवार के साथ मिलकर आग बुझाने का प्रयास किया, लेकिन जब इसमें विफल रहे तो पुलिस को सूचना देकर वहां से दूर चले गए। आग लगने से पेंट के डिब्बे धमाकों के साथ एक-एक कर फटने लगे। इससे लगातार आग तेज होती जा रही थी। गोदाम में ही तीन सिलेण्डर भी रखे थे जिन्हे दमकलकर्मी राजू यादव और विनोद मीणा ने अपनी जान जोखिम में डालकर बाहर निकाला।