जयपुर। मिलावट को रोकने के लिए शुरू किए गए विशेष अभियान शुद्ध आहार मिलावट पर वार अभियान के अंतर्गत खाद्य और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के दल ने शनिवार को अक्षय पात्र मंदिर के सामने महल रोड जगतपुरा स्थित मैसर्स खंडेलवाल ढाबा द्वारकाधीश का निरीक्षण किया गया।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जयपुर द्वितीय डॉ. हंसराज भदालिया ने बताया कि निरीक्षण के दौरान मौके पर भारी मात्रा में गंदगी पाई गई। हाइजीन एवं सैनिटेशन संतोषजनक नहीं पाया गया। वहीं कार्यरत फूड हैंडलर्स का ना तो मेडिकल सर्टिफिकेट पाया गया और ना ही पानी की जांच रिपोर्ट पाई गई। पेस्ट कंट्रोल का रिकॉर्ड भी नहीं पाया गया। खाना बनाने के काम में आने वाली सूखी सामग्री जैसे आटा, मैदा, बेसन आदि को रंग, पेंट, केमिकल और फेविकोल के खाली ड्रमों में भरकर स्टोर किया जा रहा था।
जिसे मौके पर ही खाली करवाया गया तथा स्टील के ड्रमों में रखने के लिए पाबंद किया गया। इसके अलावा दोपहर में ही रात के खाने के लिए प्याज और सलाद काटा जा रहा था, जिसे मौके पर ही नष्ट करवाया गया। खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 के अंतर्गत मौके से मावा, पनीर और प्याज की ग्रेवी के नमूने जांच के लिए गए जिनकी जांच रिपोर्ट प्राप्त होने पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
मौके पर मिली कमियों के मद्देनजर खाद्य कारोबार कर्ता को धारा 32 के अंतर्गत नोटिस जारी किया जा रहा है। जिसकी पालना नहीं करने पर फूड लाइसेंस निरस्त करने की कार्रवाई प्रारंभ कर दी जाएगी।