जयपुर। अखिल विश्व गायत्री परिवार की ओर से ज्येष्ठ पूर्णिमा पर शनिवार को गृहे-गृहे गायत्री यज्ञ अभियान के अंतर्गत 125 स्थानों पर हवन कराया गया। यज्ञ के ज्ञान विज्ञान को जन-जन तक पहुंचाने के लिए आयोजित यज्ञ में करीब 11 हजार आहुतियां अर्पित की गई। गायत्री और महामृत्युंजय महामंत्र के अलावा प्रदेश में अच्छी वर्षा की कामना के साथ विशिष्ट मंत्रों से भी आहुतियां प्रदान की गई। गायत्री परिवार जयपुर उप जोन के समन्वयक सुशील कुमार शर्मा दुर्गापुरा स्थित गायत्री चेतना केंद्र से यज्ञ का संचालन किया।
गायत्री परिवार राजस्थान के प्रभारी ओमप्रकाश अग्रवाल ने यज्ञ के बाद संबोधित करते हुए कहा कि सामूहिक रूप से किए गए यज्ञ और साधना का प्रभाव बहुत अधिक होता है। समाज में सकारात्मक परिवर्तन और राष्ट्र को सशक्त-समर्थ बनाने के लिए सामूहिक यज्ञों का सतत आयोजन होना चाहिए। यज्ञ की पूर्णाहुति में पेड़ लगाने का संकल्प कराया गया। गायत्री यज्ञ का आयोजन गायत्री शक्तिपीठ वाटिका, गायत्री शक्तिपीठ ब्रह्मपुरी, वेदना निवारण केन्द्र, गायत्री शक्तिपीठ कालवाड़ सहित सभी चेतना केन्द्रों, प्रज्ञा केन्द्रों और राजधानी की प्राय: हर कॉलोनी में किया गया। उल्लेखनीय कि गायत्री परिवार की ओर से हर पूर्णिमा का ऑनलाइन यज्ञ किया जाता है।