जयपुर। एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स पुलिस मुख्यालय की टीम (एजीटीएफ) ने डीग जिले के कामां थाना इलाके में तीन साल पहले बहुचर्चित रहे देवी राम मुल्लाका हत्याकांड के तीन और आरोपियों को पकडा है। इन तीनों आरोपियों पर पुलिस अधीक्षक (एसपी) डीग की ओर से पच्चीस-पच्चीस हजार रुपए का इनाम घोषित है। तीन साल से फरार चल रहे तेरह आरोपियों में से सात को पिछले दस दिनों में एजीटीएफ ने पकड़ कामां पुलिस के सुपुर्द किया है।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक पुलिस एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स एवं अपराध दिनेश एमएन ने बताया कि एजीटीएफ टीम ने कामां पुलिस के सहयोग से पच्चीस-पच्चीस हजार के इनामी आरोपी बनवारी गुर्जर, रामेश्वर गुर्जर एवं भगत सिंह गुर्जर निवासी मुल्लाका को कस्बा कामां से पकड़ा गया।
एमएन ने बताया कि 11 जून 2021 की सुबह खरीदारी करने बाइक लेकर कामां के लिए निकले देवी राम गुर्जर निवासी मुल्लाका पर पुरानी रंजिश के चलते गांव के ही रामावतार पुत्र रामप्रसाद पक्ष के 20-22 व्यक्तियों ने लोहे के सरियों और लाठियों से हमला कर दिया और मरा समझकर हवाई फायर करते हुए गांव आये। गांव में भी फायरिग की जिसमे तीन बच्चे व चार अन्य घायल हो गये। गंभीर घायल देवीलाल ने जयपुर लाते समय महुआ से पहले दम तोड़ दिया। इस मामले में थाना पुलिस द्वारा पूर्व में आठ व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया था।
घटना के बाद से ही 13 आरोपी फरार चल रहे थे। जिन पर 25-25 हजार का इनाम घोषित किया गया। इस मामले में एजीटीएफ ने 26 जून को पलवल से आरोपी राम अवतार गुर्जर एवं थाना खोह से बबलू गुर्जर को तथा 4 जुलाई को कैथवाड़ा के पास से बलराज गुर्जर व रामप्रसाद गुर्जर को डिटेन किया गया था। मात्र 10 दिनों के अंदर एजीटीएफ ने घटना में फरार सात आरोपियों को पकड़ लिया है।
इस कार्रवाई में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एजीटीएफ विद्या प्रकाश के नेतृत्व में की गई इस संपूर्ण कार्रवाई में एएसआई शैलेंद्र शर्मा, हैड कांस्टेबल मदन लाल शर्मा एवं कांस्टेबल बृजेश कुमार की विशेष भूमिका रही। कार्रवाई में एसएचओ कामां मनीष शर्मा मय टीम का सराहनीय सहयोग रहा।