जयपुर। लाल कोठी थाना इलाके में स्थित सेंट्रल जेल में मंगलवार को बंदियों को सिलाई सिखाने के लिए आने वाले दर्जी के पास जांच में दो मोबाइल मिले। आरोपी ये मोबाइल बंदी को देने के लिए लेकर आया था। इस संबंध में जेल प्रशासन की ओर से थाने में मामला दर्ज करवाया गया है। मामले की जांच एएसआई गोकुल चंद कर रहे है।
पुलिस के अनुसार आरोपी दर्जी छह माह से सिलाई सिखाने के लिए आ रहा था। इसके चलते बंदियों से सांठगांठ होने का संदेह हैं। पिछले दिनों प्रदेश की एक मात्र हाई सिक्योरिटी अजमेर जेल में बंद गैंगस्टर को लगातार मोबाइल पहुंचाने का मामले सामने आ चुके है। इस कारण अंदर बैठे बदमाश जयपुर और शेखावाटी क्षेत्र के व्यापारियों को एक्सटॉर्शन कॉल कर रहे हैं। फिरौती नहीं देने पर जेल में बैठे बदमाश व्यापारियों पर फायरिंग करने की साजिश कर चुके हैं। हाल ही में चित्रकूट थाना पुलिस ने एक मामले में अजमेर जेल से गोगामोड़ी हत्याकांड के सूटर सहित करीब एक दर्जन बदमाशों को गिरफ्तार किया है।
एएसआई गोकुल चंद ने बताया कि सुबह 10 बजे प्रहरी कमलेश कुमार, सुभाष चंद और हवा सिंह ड्यूटी पर थे। कौशल विकास प्रशिक्षण के लिए स्किल प्राइवेट लिमिटेड संस्था के माध्यम से आए प्रशिक्षक ओम प्रकाश कोली निवासी मंडावरी-दौसा की तलाशी ली गई, जिसमें खाने के डिब्बे में दो छोटे मोबाइल मिले। इसकी सूचना जेल के उच्च अधिकारियों को दी गई। इसके बाद आरोपी ओम प्रकाश को हिरासत में लेकर लाल कोठी थाना पुलिस को सौंप दिया गया। वह करीब 6 माह से प्रशिक्षण देने के लिए आ रहा था। इससे पहले भी उसके पास तंबाकू पाया गया जिसे बाहर ही रखवा लिया गया था।