जयपुर। देवशयनी एकादशी से श्री हरि विष्णु भगवान भोलेनाथ को 118 दिन के लिए सृष्टि की सत्ता का संचालन सौप कर निद्रा में जाकर विश्राम करेंगे। बाबा भोले नाथ देवशयनी एकादशी से सृष्टि का कार्यभार 11 नवंबर तक अपने पास रखेंगे और 12 नवंबर को देवउठनी एकादशी पर फिर श्रीहरि निद्रा से जागने के बाद अपनी सत्ता संभालेंगे।
ज्योतिषाचार्य विपिन शर्मा ने बताया कि देवशयनी एकादशी पर इस बार तीन विशेष योग का संयोग बन रहा है ,जो आगामी चार महीने के लिए शुभ फलदायाी एवं मंगलकारी रहेंगे। इनमें सर्वार्थ सिद्धि, अमृत सिद्धि और बुधादित्य योग रहेगा। देवशयनी एकादशी पर इस बार सूर्योदय से रात 11.18 तक सर्वार्थ एवं अमृत सिद्धि योग एक साथ रहेंगे। सूर्य और बुध के कर्क राशि में एक साथ रहने से बुधादित्य योग भी रहेगा। यह तीनों योग खरीदारी एवं कार्यों की सफलता के लिए श्रेष्ठ माने जाते हैं।