जयपुर। भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश दाधीच ने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सोशल मीडिया पर जारी बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि जिस कांग्रेस पार्टी ने देश का विभाजन ही धर्म के नाम पर किया था और आज उस पार्टी के नेता धर्म और अधर्म की बात कर रहे है। जो कि ‘‘900 चूहे खाकर बिल्ली चली हज को‘‘ कहावत को चरितार्थ कर रहे है। उन्होंने कहा कि ऐसे लगता है कि कांग्रेस का नेतृत्व 99 के फेर में उलझा हुआ है और नित नई बयानबाजी करके समाचारों में बने रहने की अपनी चाह को तुष्ट कर रहे है।
उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से पूछा कि जयपुर की एक रोड रेज की घटना में समुदाय विशेष को 50 लाख किस आधार पर दिये थे और उन्हीं के शासन में कन्हैया लाल की हत्या होने पर वे चुप कैसे रहे थे? उन्होंने कहा कि झालावाड़ में श्रीकिशन वाल्मिकी, अलवर में हरीश जाटव, योगेश जाटव, चिरंजीलाल सैनी और जयपुर में ही मनु वैष्णव की हत्या हो जाने पर किस आधार पर चुप्पी साध ली थी।
भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश दाधीच ने कहा कि अच्छा होता पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के नेता आत्म मंथन करते कि राजस्थान की जनता ने उन्हें क्यों नकार दिया था। अशोक गहलोत को भगवान श्रीराम से जुडे़ हुए सारे श्रद्वा केंद्र आज याद आ रहे है जब भगवान राम के अस्तित्व पर उनके आलाकमान द्वारा सवाल उठाये जा रहे थे तब वे मुंह में दही जमाकर क्यों बैठे थे।
उन्होंने कहा कि अशोक गहलोत ही मुख्यमंत्री थे तब जयपुर बम ब्लास्ट के गुनहगारों को कोर्ट से राहत मिल गई थी क्योंकि सरकार ने पैरवी नहीं की थी, उन गुनहगारों को बचाने वाले गहलोत जिन धर्म स्थलों का नाम ले रहे है वहाँ जाकर प्रायश्चित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि 543 में से 99 सीट लाकर जश्न मनाने वाले कांग्रेसी नेता यह भूल गये है कि देश की जनता ने कई राज्यों में उनका खाता भी नहीं खुलने दिया।