जयपुर। राजस्थान रोडवेज के श्रमिक संगठनों के संयुक्त मोर्चे के आह्वान पर शुक्रवार को रोडवेज कर्मचारियों ने डीडवाना के निर्दलीय विधायक एवं पूर्व बीजेपी सरकार के परिवहन मंत्री यूनुस खान के प्रदेशभर में रोडवेज की सभी इकाइयों पर पुतले फूंके गए। जानकारी के अनुसार यूनुस खान द्वारा बीस जुलाई को परिवहन विभाग की अनुदान मांगों पर चर्चा के दौरान डीजल मंहगा हो जाने के कारण रोडवेज की बसों को बढ़ावा देने के बजाय निजी मालिकों की लोक परिवहन सेवा की बसों का विस्तार करने की पुरजोर वकालत करने से रोडवेज के आम कर्मचारी-अधिकारी उनसे खासे नाराज हैं।
राजस्थान रोडवेज के श्रमिक संगठनों के संयुक्त मोर्चे के संयोजक एम.एल. यादव ने बताया कि जयपुर में चोमू हाऊस एरिया में पुराने केंद्रीय कार्यशाला के सामने से बड़ी संख्या में रोडवेज कर्मचारियों ने यूनुस खान का पुतला लेकर उनके विरुद्ध नारे लगाते हुये रोडवेज मुख्यालय तक रैली निकाल कर सभा की। सभा को एटक के महासचिव धर्मवीर चौधरी, सीटू के महासचिव किशन सिंह राठौड़, इंटक के संयोजक आलोक दुबे, एसोसिएशन के अध्यक्ष आनंद चौधरी एवं कल्याण समिति के नेता ताराचंद जैन ने सम्बोधित करते हुये यूनुस खान द्वारा विधानसभा में दिये गये रोडवेज विरोधी बयान की कठोर शब्दों में निंदा करते हुये राज्य सरकार से पुरजोर मांग की है कि रोडवेज की आय में व्यापक बढ़ोतरी के लिये बिना किसी देरी के समुचित उपाय किये जायें। सभा के बाद कर्मचारियों के नारों के बीच यूनुस खान का पुतला फूंका गया।
उल्लेखनीय है कि दिसंबर 2013 से दिसंबर 2018 की अवधि में बीजेपी सरकार में यूनुस खान जब परिवहन मंत्री थे, तब उन्होंने प्रदेश में लोक परिवहन सेवा की निजी बसों को बड़ी संख्या में परमिट देकर रोडवेज बसों के समानांतर रोडवेज के बस स्टैंडों से संचालित करने का फैसला करके उसे लागू करने के लिये एड़ी चोटी का जोर लगाया था।
किन्तु प्रदेश में रोडवेज के बहादुर कर्मचारियों के एकताबद्ध लम्बे आंदोलन सहित 06 अक्टूबर 2016 की प्रदेशव्यापी चक्कजाम हड़ताल के परिणामस्वरूप बीजेपी सरकार को रोडवेज के बस स्टैंडों से लोक परिवहन सेवा की निजी बसों को संचालित करने का फैसला वापस लेने के लिये मजबूर होना पड़ा था।
ये भी उल्लेखनीय है कि वर्ष 2018 के राज्य विधान सभा के चुनाव में टोंक विधानसभा क्षेत्र से विधायक का चुनाव लड़ रहे यूनुस खान को हराने के लिये राजस्थान रोडवेज के श्रमिक संगठनों के संयुक्त मोर्चे के आह्वान पर रोडवेज के हजारों कर्मचारियों ने 02 दिसम्बर 2018 को टोंक में प्रदेश स्तर की रैली आयोजित की थी।