तेहरान। शिया कट्टरपंथी संगठन हमास के पोलित ब्यूरो का प्रमुख इस्माइल हनीयेह यहां मंगलवार की रात अपने ठिकाने पर मारा गया। ईरान ने इस हमले को कायरतापूर्ण बताते हुए कहा है कि यह देश की क्षेत्रीय अखंडता, गरिमा और सम्मान के खिलाफ है और इस आतंकवादी कार्रवाई में शामिल ताकतों को पछताना पड़ेगा।
ईरान और कुछ अन्य इस्लामिक देशों के नेताओं ने प्रतिक्रिया देते हुए इस हमले के लिए यहूदियों (इजरायल) को जिम्मेदार ठहराया गया है, लेकिन अभी तक किसी ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। कुछ रिपोर्टों में कहा गया है कि हमास प्रमुख के तेहरान स्थित ठिकाने पर मिसाइल से हमला किया गया था, जिनमें उनका एक अंगरक्षक भी मारा गया है।
ईरान सरकार ने हनीयेह की मौत पर तीन दिनों के सार्वजनिक शोक की घोषणा की है। ईरान की सरकारी मीडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक ईरान की संसद की राष्ट्रीय सुरक्षा समिति ने हनीयेह की हत्या के मुद्दे पर आपातकालीन बैठक बुलायी है। वहीं अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स ने ईरानी अधिकारियों के हवाले से अपनी रिपोर्ट में बताया है कि ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के आवास पर राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की इमरजेंसी बैठक बुलाई है। ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेश्कियान ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर मंगलवार को अपनी और हनीयेह के बीच हुई मुलाकात की तस्वीर पोस्ट की है और कुरान की आयत का हवाला देते हुए कहा है कि ईश्वर सर्वशक्तिमान है। वह प्रतिशोध लेगा।