जयपुर। नहाने के लिए पहाड़ में बने खदान में गए दो बच्चों की डूबने से मौत हो गई। हादसे की सूचना पर हरमाड़ा थाना पुलिस ने मौके पर पहुंच कर एसडीआरएफ की मदद से शवों को बाहर निकाला। शवों को कांवटिया अस्पताल के मुर्दाघर में रखवाया है। हादसे की जानकारी मिलने के बाद बच्चों के परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया।
पुलिस के अनुसार अनोखा गांव माचड़ा निवासी 11 वर्षीय अंशदीप उर्फ जीनू पुत्र दिलीप सिंह और 9 वर्षीय विद्या रविवार सुबह करीब 10 बजे घर से नहाने जाने की बात कहकर निकले थे। जब दोनों कई घंटों तक वापस नहीं लौटे तो परिजनों ने उनकी खोज शुरू की। आस-पास के बच्चों से पूछने पर परिजनों को पता चला कि वे नींदड़ की पहाड़ी में नहाने गए है।
इस पर परिजन उन्हें खोजते हुए वहां पर पहुंचे तो दोनों के कपड़े और चप्पल खान के बाहर पड़े मिले। इस पर पुलिस को सूचना दी गई। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और एसडीआरएफ की टीम को बुलाया गया। एसडीआरएफ की टीम ने गोताखोरों की मदद से बच्चों की तलाश की तो उनके शव मिले। शवों को बाहर निकालकर लाया गया। पुलिस ने दोनों शवों को कांवटिया अस्पताल में रखवाया है।
तीन बच्चे और जाने वाले थे नहाने
थानाधिकारी दिलीप कुमार खदाव ने बताया कि विद्या मूलत: बिहार का रहने वाला है और दोनों बच्चों के पिता मजदूरी करते है। गांव के ही तीन ओर बच्चों के साथ नींदड़ मोड़ स्थित पत्थर खदान में भरे पानी में नहाने का प्लान बनाया था। लेकिन रास्ते में एक बच्चे के गिरने से चोट लग गई। इस पर तीन बच्चे वहीं रुक गए। अंशदीप और विद्या नहाने चले गए। दोनों नहाने उतरे थे लेकिन डूब गए।
नींदड की पहाड़ी में 20-25 साल पहले खनन होता था। खनन के चलते यहां पर गहरे गड्ढे बन गए थे। वन विभाग की रोक के बाद खनन बंद हो गया। बारिश के दौरान इन खानों में पानी भर गया। घटना की जानकारी पौने चार बजे मिली थी। इस पर एसडीआरएफ टीम की मदद से खान में से बच्चों के शव बाहर निकाले गए। खदान करीब 12 फीट गहरे होने के कारण दोनों डूब गए।