जयपुर। हरिनाम संकीर्तन परिवार के तत्वावधान में डीडी ग्रुप की ओर से आयोजित 108 श्री हनुमत कथाओं की श्रृंखला की चतुर्थ हनुमंत कथा शुक्रवार को टोंक रोड के देवनगर स्थित श्री विश्वेश्वर मंदिर में शुरू हुई। व्यासपीठ से अकिंचन महाराज ने प्रथम दिन हनुमान चालीसा की चौपाइयों की सारगर्भित व्याख्या करते हुए उनमें छिपे रहस्यों को उजागर किया। उन्होंने कहा कि हनुमान जी महाराज का जीवन चरित्र सभी के लिए प्रेरणादायक है।
खासकर उनके लिए जो भक्ति और समाज की सेवा कर रहे हैं। हनुमान जी महाराज ज्ञानियों में अग्रगण्य, अतुलित बलशाली होते हुए भी उनमें लेशमात्र भी अहंकार नहीं है। प्रारंभ में आयोजक ओम प्रकाश शर्मा और सरिता दाधीच ने पूजा-अर्चना और आरती की। हरि नाम संकीर्तन परिवार के संयोजक कृष्ण स्वरूप बूब ने बताया कि कथा 11 अगस्त तक दोपहर दो से शाम पांच बजे तक होगी।