जयपुर। आस्था का पावन तीर्थ श्री अमरापुर दरबार में जयपुर के युगपुरुष सद्गुरु स्वामी टेऊराम महाराज के परम शिष्य सतगुरु स्वामी सर्वानंद महाराज के 47वें महानिर्वाण वर्सी उत्सव पर शुक्रवार को संतो ने सायंकालीन सुंदरकांड व हनुमान चालीसा के पाठ किए। जिसके पश्चात आरती की गई। आरती के बाद मंदिर परिसर में भक्तों को प्रसाद वितरण किया गया। इस अवसर पर सैकड़ो की संख्या में भक्तों ने प्रसादी प्राप्त की।
स्वामी मोनू महाराज ने बताया कि जन्म परोपकार के लिए होता है। संत महात्माओं का कार्य जीव मात्र को सही मार्ग पर लाकर उसका कल्याण करना है। इसी के साथ सतगुरु स्वामी सर्वानंद महाराज के प्रवचन कैसेट के माध्यम से स्वामी जी ने शिक्षा देते हुए कहा कि ऐ मेरे मन ,कम एवम मीठा बोल,कड़वा कभी मत बोल,किसी का दिल मत दुखा, सब पर दया करों ,नेत्रों को जगाओं और उनमें भगवान के दर्शन करों।
उन्होने बताया कि संत जगत में आते है जगतारण के लिए ही अवतार लेते है। उत्सव के दौरान स्वामी मनोहर लाल महाराज,संत मोनूराम महाराज ,संत नवीन,संत हरीश ,संत गुरुदास महाराज ,पुनीत ,अनिनाश ,ऋषि,भारत आदि संतो ने भजन संकीर्तन किया।
शनिवार को स्वामी सर्वानंद महाराज की पुण्यतिथि
संत मोनूराम महाराज ने बताया कि शनिवार 10 अगस्त को स्वामी सर्वानंद महाराज की पुण्यतिथि मनाई जाएगी। प्रातः संत द्वारा महात्माओं का सत्संग पाठों का भोग पारायण एवं विशाल आम भंडारे का आयोजन किया जाएगा। इसी कड़ी होम्योपैथिक चिकित्सा शिविर का आयोजन भी किया जाएगा।