जयपुर। जैन धर्म के 22 वे तीर्थंकर भगवान नेमिनाथ का जन्म व तप कल्याणक दिवस आज तथा जैन धर्म के 23 वें तीर्थंकर भगवान पार्श्वनाथ का 2876 वां निर्वाणोत्सव रविवार, 11 अगस्त को जैन धर्मावलंबियों द्वारा भक्ति भाव से मनाया जाएगा । इस मौके पर शहर के दिगम्बर जैन मंदिरों में पूजा अर्चना के विशेष आयोजन होगें ।
राजस्थान जैन युवा महासभा जयपुर के प्रदेश महामंत्री विनोद जैन ‘कोटखावदा’ के अनुसार शनिवार, 10 अगस्त को मंदिरों में प्रातः भगवान नेमिनाथ के मंत्रोच्चार के साथ अभिषेक, शांतिधारा के बाद विशेष पूजा अर्चना की जाएगी। पूजा के दौरान भगवान नेमिनाथ का जन्म व तप कल्याणक श्लोक का उच्चारण करते हुए अर्घ्य चढाये जाएगे ।
विनोद जैन के मुताबिक बापूगॉव स्थित श्री नेमिनाथ दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र छोटा गिरनार,
आगरा रोड पर श्री पार्श्वनाथ दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र चूलगिरी, बोरडी का रास्ता स्थित श्री दिगम्बर जैन मंदिर लश्कर, शास्त्री नगर,जनकपुरी ईमलीवाला फाटक, सांवला जी आमेर, बाहरली नसियां आमेर, न्यू लाइट कालोनी, नेमी सागर कॉलोनी, दिगंबर जैन मंदिरों सहित कई मंदिरों में विशेष आयोजन होगें।
विनोद जैन के मुताबिक रविवार, 11 अगस्त को जैन धर्म के 23 वें तीर्थंकर भगवान पार्श्वनाथ का 2876 वां निर्वाणोत्सव मनाया जाएगा । इस मौके पर मंदिरों में मंत्रोच्चार के साथ मोक्ष का प्रतीक निर्वाण लाडू चढाया जाएगा ।
मुकुट सप्तमी पर कन्याएं रखेगी व्रत
श्री जैन ने बताया कि जैन धर्म के अनुसार इस पर्व को मुकुट सप्तमी या मोक्ष सप्तमी भी कहते हैं। इस दिन कुंवारी कन्याएं मोक्ष सप्तमी का उपवास करती है। शहर में चल रहे चातुर्मास स्थलों पर शाश्वत सिद्ध क्षेत्र श्री सम्मेद शिखर जी की झांकी सजाई जाकर भगवान के मोक्ष स्थल स्वर्ण भद्र कूट पर निर्वाण लाडू चढाया जाएगा । कई मंदिरों में श्री पार्श्वनाथ विधान पूजा का संगीतमय आयोजन किया जाऐंगे।