जयपुर। राजधानी में राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर (आरआईसी) में गुरुवार से आरम्भ हुई दो दिवसीय स्टेट लेवल पुलिस ऑफिसर्स कांफ्रेंस के पहले दिन आयोजित तकनीकी सत्रों में पुलिस अधिकारियों और विषय विशेषज्ञों ने अलग-अलग सत्रों में न्यू क्रिमिनल लॉज, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस टूल्स, चैट जीपीटी, डीप फेक, इन्टरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी), डिजिटल फॉरेन्सिक्स तथा मादक पदार्थों की तस्करी की रोकथाम से जुड़े विषयों पर अपने अनुभव साझा किए।
इस दौरान पुलिस महानिदेशक उत्कल रंजन साहू ने कहा कि कॉन्फ्रेंस के सत्रों में पुलिस अधिकारी खुलकर अपने एक्सपीरियंस शेयर करे, जिससे उनके नॉलेज और अनुभवों से सभी लाभान्वित हो सके। उन्होंने कहा कि कॉन्फ्रेंस के तकनीकी सत्रों में निर्धारित विषयों पर गहन चर्चा आने वाले दिनों में हमारी पुलिसिंग को और अधिक बेहतर बनाने का आधार तैयार करेगी। साहू ने कॉन्फ्रेंस के अलग-अलग सत्रों के लिए विषय संयोजन और पूरी प्लानिंग के साथ आयोजन की रूपरेखा तैयार करने के लिए आयोजन समिति के प्रयासों की सराहना की।
आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस टूल्स, चैट जीपीटी, डीप फेक और इन्टरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) से जुड़े मुद्दों पर डीजी साइबर क्राइम हेमंत प्रियदर्शी की अध्यक्षता में आयोजित सत्र में आईजी साइबर क्राइम शरत कविराज के साथ उदयपुर रेंज के आईजी अजय पाल लाम्बा, जैसलमेर के पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी, डीसीपी (वेस्ट) जोधपुर राजर्षि राज वर्मा एव हनुमानगढ़ के पुलिस अधीक्षक विकास सांगवान के ग्रुप की ओर से प्रस्तुतीकरण दिया गया।
इस सत्र के गेस्ट स्पीकर और विषय विशेषज्ञ उच्चतम न्यायालय के अधिवक्ता डॉ. पवन दुग्गल ने कहा कि आने वाले समय में कोई भी क्षेत्र आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) से अछूता नहीं रहेगा, एआई सभी को अपने रंग में रंग देगा। उन्होंने दुनियां में एआई को लेकर बनाए जा रहे कानूनों के साथ ही देश में आईटी एक्ट और प्रस्तावित डिजिटल इंडिया एक्ट के परिप्रेक्ष्य में एआई टूल्स और तकनीक के प्रादुर्भाव और प्रभावों पर विस्तार से प्रकाश डाला।
न्यू क्रिमिनल लॉज पर विशेष सेशन डीजी (एसीबी) रवि प्रकाश मेहरड़ा की अध्यक्षता में आयोजित हुआ। इसमें गेस्ट स्पीकर एवं विषय विशेषज्ञ के तौर पर राजस्थान विश्वविद्यालय के तहत यूनिवर्सिटी लॉ कॉलेज के वाइस प्रिंसिपल राजीव सोनी ने भारतीय न्याय संहिता की धाराओं और प्रावधानों पर प्रकाश डाला और इस संदर्भ में पुलिस अधिकारियों के सवालों के जवाब दिए। इस सेशन को कॉन्फ्रेंस की ऑर्गनाईजेशन कमेटी की चेयर पर्सन और एडीजी (ट्रेनिंग) मालिनी अग्रवाल ने मॉडरेट किया। इससे पहले डीजीपी-आईजी कॉन्फ्रेंस-2023 की अनुशंसाओं के बारे में संजय कुमार अग्रवाल, डीजी (इंटेलिजेंस) ने विशेष सत्र में अपना प्रेजेंटेशन दिया।
पहले दिन डिजिटल फॉरेंसिक के बारे में एडीजी (पुनर्गठन) डॉ. प्रशाखा माथुर के साथ जोधपुर के आईजी विकास कुमार, कोटा शहर की पुलिस अधीक्षक डॉ. अमृता दुहन, अजमेर के पुलिस अधीक्षक देवेन्द्र बिश्नोई, कोटपूतली-बहरोड़ की पुलिस अधीक्षक वंदिता राणा तथा दौसा की पुलिस अधीक्षक रंजीता शर्मा की टीम द्वारा प्रजेंटेशन दिया गया। इस सत्र के गेस्ट स्पीकर डाटा सिक्योरिटी काउंसिल ऑफ इंडिया के सीनियर डायरेक्टर वेंकटेश मूर्ति थे।
इस सत्र में एफएसएल के डायरेक्टर डॉ. अजय शर्मा विशेष आमंत्रित के तौर पर शामिल हुए। वहीं मादक पदार्थों की स्मगलिंग और इनके उपभोग की रोकथाम के बारे में डीजी (रूल्स) सुनील दत्त की अध्यक्षता में आयोजित सेशन में एडीजी (रेलवेज) अनिल पालीवाल के साथ कोटा के आईजी रविदत्त गौड़, एसओजी के डीआईजी परिस देशमुख एवं चितौड़गढ़ के पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी की ओर से प्रस्तुतीकरण दिया गया। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो, जयपुर के अधीक्षक अवधेश कुमार इस सत्र के गेस्ट स्पीकर थे। सभी तकनीकी सत्रों का संचालन डीआईजी (ट्रेनिंग) राहुल कोटोकी ने किया।
कॉन्फ्रेंस की ऑर्गनाइजेशन कमेटी की चेयरपर्सन और एडीजी (ट्रेनिंग) मालिनी अग्रवाल ने बताया कि कांफ्रेंस के दूसरे दिन शुक्रवार को छः विशेष सेशंस का आयोजन होगा। इनमें साइबर सिक्योरिटी, डार्क वेब, साइबर क्राइम इंवेस्टिगेशन एवं क्रिप्टो करेंसी के विषयों पर एडीजी (टी एंड टी) बिपिन कुमार पांडे के नेतृत्व में पुलिस ऑफिसर्स का प्रजेंटेशन होगा। ‘इमर्जिंग ट्रेंड्स ऑफ क्राइम इन राजस्थान इवोलविंग ए यूनिफाइड स्ट्रेटेजी टू कॉम्बैट इंटर एंड इंट्रा स्टेट गैंग्स‘ पर एडीजी क्राइम श्री दिनेश एमएन की अगुवाई में पुलिस ऑफिसर्स का ग्रुप प्रेजेंटेशन देगा।
‘कॉपिंग विद चैलेंजेस ऑफ चीटिंग इन कॉम्पिटिटिव एग्जामिनेशन नीड फोर मल्टी डायमेंशनल अप्रोच‘ सेशन में एटीएस और एसओजी के एडीजी वीके सिंह के नेतृत्व में पुलिस ऑफिसर्स अपना प्रस्तुतीकरण देंगे। शुक्रवार को ही क्राइम अगेंस्ट वीमन, चिल्ड्रन एंड अदर वीकर सेक्शन पर चौथे सेशन का प्रजेंटेशन एडीजी (सिविल राइट्स) भूपेन्द्र साहू, रोड सेफ्टी और ट्रैफिक मैनेजमेंट पर एडीजी (ट्रैफिक) हवा सिंह घुमरिया तथा इंटरनल सिक्योरिटी आईजी राजेश मीना की अगुआई में पुलिस अधिकारी अपना प्रस्तुतीकरण देंगे।