जयपुर/बीकानेर। पानी की कमी के चलते बीकानेर में किसानों के लिए पैदावार बढ़ाना बड़ी चुनौती है। रासायनिक खाद का उपयोग करने से न केवल फसल की गुणवत्ता पर असर पड़ता है बल्कि खेत की मिट्टी पर भी इसका दुष्प्रभाव होता है। कृषि क्षेत्र में कार्यरत ईएफ पॉलीमर की ओर से किसानों की इन सभी समस्याओं को ध्यान में रखते हुए नोखा बीकानेर में जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया।
ईएफ पॉलीमर की ओर से दयाराम बेनीवाल ने फसल उत्पादन बढ़ाने और खेती में जल उपभोग को कम करने के तरीकों से किसानों को रूबरू करवाया। 100 से अधिक किसानों ने शिविर में हिस्सा लिया। किसानों ने खेती के दौरान आने वाली समस्याएं रखी। दयाराम बेनीवाल ने बताया कि फसल अमृत मिट्टी में नमी बनाए रखने में मदद करती है, जिससे सिंचाई की आवश्यकता 40% तक कम हो जाती है।
इससे किसानों को न केवल पानी की बचत होती है, बल्कि विभिन्न फसलों जैसे जीरा, मूंगफली, बाजरा की गुणवत्ता और उत्पादन में भी वृद्धि होती है। किसानों को नि:शुल्क आर्गेनिक खाद, फसल अमृत भी वितरित की गयी।