जयपुर। देवगुरु वृहस्पति 9 अक्टूबर को दोपहर 12:33 मिनट पर वक्री हो जाएंगे जो 4 फरवरी तक रहेंगे। गुरु के वक्री होने पर कुछ राशि के जातकों के जीवन पर बुरा प्रभाव तो कुछ को धन लाभ और सफलताएं मिल सकती हैं। ज्योतिषाचार्य डॉ. महेन्द्र मिश्रा ने बताया कि ज्योतिष में गुरु ग्रह को धन, ज्ञान, संतान, शिक्षा और धार्मिक कार्यों के कारक माने जाते हैं। गुरु एक वर्ष तक किसी एक राशि में रहते हैं और अभी यह वृषभ राशि में हैं।
वृषभ राशि पर शुक्र ग्रह का स्वामित्व प्राप्त है। जो अक्तूबर माह में उल्टी चाल यानी वक्री हो जाएंगे। उल्लेखनीय है कि वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ग्रहों का गोचर व्यक्ति के जीवन पर काफी प्रभाव डालते हैं। हर एक ग्रह निश्चित अंतराल पर अपनी राशि बदलते हैं या फिर चाल बदलते हैं। ज्योतिष में तीन प्रमुख ग्रह शनि, राहु, और गुरु का राशि परिवर्तन काफी महत्वपूर्ण होता है।
शनि जहां किसी एक राशि में करीब ढाई वर्ष तक रहते हैं, वहीं गुरु एक साल में राशि परिवर्तन करते हैं और राहु किसी एक राशि में डेढ़ साल तक रहते हैं। राशि परिवर्तन के अलावा ये ग्रह इसी अवधि के दौरान अपनी स्थिति में बदलाव भी करते हैं। यानी ग्रह समय-समय पर वक्री और मार्गी होते रहते हैं। वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जल्द ही गुरु ग्रह की चाल में बदलाव देखने को मिलेगा।
इन राशियों को मिलेगा गुरू का आशीर्वाद:
वृषभ राशि:
गुरु वृषभ राशि के जातकों के लग्न भाव में वक्री होने जा रहे हैं। ऐसे में गुरु का वक्री होना अच्छा रहेगा। वक्री गुरु मान-सम्मान, यश, कार्यक्षेत्र और धन में वृद्धि कराएंगे। लाभ के अवसरों में वृद्धि होगी। जो काम पिछले कई दिनों से अटके हुए थे वह अब पूरे होंगे। जीवन में अच्छी तरक्की मिलेगी। उच्च पदों पर आसीन होंगे। जो लोग किसी के साथ बिजनेस में पार्टनर हैं उन्हें अच्छा लाभ होगा। वहीं वैवाहिक जीवन में खुशियां रहेगी।
मिथुन राशि :
मिथुन राशि के जातकों के लिए गुरु का वक्री होना बहुत ही लाभकारी साबित होगा। लक्ष्यों की प्राप्ति संभव है। जीवन में सकारात्मक प्रभाव देखने को मिलेगा। जो लोग नौकरीपेशा हैं उन्हें विशेष तरह का लाभ और कार्यक्षेत्र में तरक्की के अवसर प्राप्त होंगे। भविष्य की योजनाएं कारगर साबित होंगी। व्यापार में अच्छा लाभ और आने वाला समय बहुत ही अच्छा रहेगा।
धनु राशि:
धनु राशि के जातकों के लिए गुरु का वक्री होना आपको भाग्यशाली बनाएगा। समाज में मान-सम्मान और पद-प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। वैवाहिक जीवन सुखमय और शांति रहेगी। सभी तरह के भौतिक सुखों की प्राप्ति होगी। जीवन के हर एक क्षेत्र में कोई न कोई उपलब्धि जरूर मिलेगी। सेहत में अच्छा सुधार और कुछ बड़े प्रोजेक्ट आपके हाथ लग सकते हैं।