जयपुर। करधनी थाना इलाके में बुखार और बेचैनी के परेशान छात्र को छोलाछाप डॉक्टर ने गलत इंजेक्शन लगा दिया और जैसे ही मरीज छात्र को ड्रिप लगाई वैसे ही उसके मुंह से झाग निकलने शुरु हो गए। मरीज की बिगड़ती तबियत को देखकर डॉक्टर ने उसे तुरन्त दूसरे अस्पताल में रैफर कर दिया। जहां पर चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
मेडिकल इत्तला पर अस्पताल पहुंची पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम करवाया और परिजनों के सुपुर्द कर दिया। परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर ने गलत इंजेक्शन लगाया जिसके कारण उसके बेटे की मौत हो गई। पुलिस ने शिकायत पर मामला दर्ज कर जांच शुरु कर दी है।
एसआई चमन लाल ने बताया कि सांभरलेक निवासी लालाराम चौधरी (39) का आरोप है उसका बेटा योगेश (18) चौधरी गोविंदपुरा करधनी के प्रताप नगर में किराए के मकान में रहकर कॉम्पिटिशन एग्जाम की तैयारी कर रहा था। 20 सितम्बर दोपहर करीब12 बजे अचानक से योगेश की तबियत बिगड़ गई। योगेश ने अपने दोस्त भूपेंद्र को कॉल कर इसकी जानकारी दी।
भूपेंद्र योगेश को लेकर निवारु रोड स्थित बालाजी क्लिनिक पहुंचा। जहां पर डॉक्टर राजेंद्र कुमावत ने योगेश को इंजेक्शन लगाया। इंजेक्शन लगाते ही योगेश को उल्टी होना शुरू हो गया और मुंह से झाग निकलने लग गए। योगेश की बिगड़ती तबियत को देखते राजेंद्र ने उसे दूसरे अस्पताल के लिए रैफर कर दिया।
अस्पताल ले जाते समय रास्ते में तोड़ा दम
बेहोशी की हालत में भूपेंद्र अपने दोस्त योगेश को ऑटो की मदद से रावण गेट स्थित एसजी हॉस्पिटल लेकर पहुंचा। जहां पर चिकित्सकों ने एसएमएस ले जाने के लिए कहा। जहां से उसे दाना शिवम हॉस्पिटल ले जाया गया। जहां पर चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पीड़ित पिता ने लगाया डॉक्टर पर आरोप
कोचिंग छात्र योगेश के पिता लालाराम चौधरी का आरोप है कि डॉक्टर राजेंद्र एक झोलाछाप डॉक्टर है और उसके पास कोई डिग्री नहीं है। पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर मामला दर्ज कर जांच शुरु कर दी है।