जयपुर। जैविक खाद और गोबर से बने महत्वपूर्ण उत्पादों के अधिकाधिक उपयोग को प्रोत्साहन देने के लिए राजस्थान गौ सेवा आयोग राजस्थान और अखिल भारतीय गौशाला सहयोग परिषद की ओर से एक अक्टूबर को टोंक रोड स्थित जैविक वन औषधीय पादप केंद्र में सुबह दस से शाम पांच बजे तक एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा।
इसमें प्रदेश की चुनिंदा पचास गोशालाओं के प्रतिनिधि और गोपाल शामिल होंगे। विशेष कार्यशाला में पशुपालन मंत्री जोराराम कुमावत, गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेडम के अलावा गौ सेवा आयोग के सचिव, निदेशक एवं अन्य अधिकारी शामिल होंगे। अखिल भारतीय गौशाला सहयोग परिषद के संयोजक डॉ. अतुल गुप्ता ने बताया कि कार्यशाला में गोशालाओं में जैविक खाद बनाने की सभी संभावनाएं है।
ज्यादातर गोशालाओं में गायों के गोबर का सही उपयोग नहीं हो रहा। यदि गोबर का सही तरीके से उपयोग हो जाए तो गोशालाएं आत्मनिर्भर बन सकती है। गोबर से अनेक उत्पाद बनाए जा रहे हैं, लोग उन्हें खरीद भी रहे हैं। हमारा प्रयास है कि प्रदेश की सभी गोशालाओं में गोबर से उत्पाद बने, सरकार उन्हें खरीदे।