जयपुर। करणी विहार, मुरलीपुरा थाना और जिला स्पेशल टीम जयपुर (डीएसटी) पश्चिम ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए ऑनलाइन एस्कॉर्ट सर्विस बुकिंग के नाम से ग्राहकों से ठगी करने वाली गैग को पकडा है। जहां पुलिस ने मौके से सात महिलाओं सहित दस लोगों को गिरफ्तार किया है। वहीं कार्रवाई के दौरान कुछ लोग मौके से फरार हो गए। जिनकी पुलिस टीम तलाश करने में जुटी है।
पुलिस उपायुक्त जयपुर पश्चिम अमित कुमार ने बताया कि करणी विहार, मुरलीपुरा थाना और जिला स्पेशल टीम जयपुर (डीएसटी) पश्चिम ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए ऑनलाईन एक्कोर्ट सर्विस बुकिंग के नाम से ग्राहकों से ठगी करने वाली गैग की महिला सदस्य नेहा सिंह,अनजुली टोकबी,जया विश्वास,रेशाम बेगम,श्वेता कुमारी,राधिका शर्मा,जुलेखा वाहिद मंसूरी,सोरिफल,सोनू कुमार बैरवा और विवेक धाबाई को गिरफतार किया है। गिरफतार आरोपित यूपी, दीपापुर, त्रिपुरा,आसाम,हरियाणा,उत्तराखंड,महाराष्ट्र, अलवर और जयपुर के रहने वाले है। इसके अलावा वारदात के दौरान मौके से फरार हुए कमलेश शर्मा निवासी जयपुर,दीपक मीणा निवासी जयपुर,प्रधान गुर्जर निवासी जयपुर,मुकेश चौधरी निवासी नागौर,कैलाश चंद सहित अन्य लोगों की तलाश की जा रही है।
पुलिस उपायुक्त जयपुर पश्चिम अमित कुमार ने बताया कि 27 सितम्बर को एस्कोर्ट सर्विस बुकिंग के नाम पर स्विफ्ट कार में आए लड़कों व लड़कियों ने रुपए लेकर दो लड़कों से गंभीर मारपीट की थी। पुलिस ने हालत गंभीर होने पर एक युवक को प्राइवेट हॉस्पिटल के आईसीयू में भर्ती करवाया था। इसके बाद बदमाशों की तलाश के लिए पुलिस टीम को लगाया गया। इस मामले की जांच के लिए 28 सितम्बर को 200 फीट बाइपास अजमेर रोड पर संदिग्ध स्थानों की तलाशी ली गई। पता चला कि कमलेश शर्मा और दीपक मीणा नाम के व्यक्ति अन्य राज्यों से लड़कियों को एस्कोर्ट सर्विस बुकिंग कराने के काम के लिए लेकर आते हैं। एस्कॉर्ट सर्विस के साथ लोगों को लूटने का भी काम करते हैं। इस पर बोगस ग्राहक बनाकर दो पुलिसकर्मियों को भेजा गया। मोबाइल नंबर पर संपर्क करने पर फोटो भेजी गई।
बोगस ग्राहक बने पुलिसकर्मियों से डील तय होने पर आरोपित गांधीपथ स्थित एक होटल से लड़कियों को स्विफ्ट कार में लेकर आए। बातचीत के दौरान बदमाश बोगस ग्राहक बने पुलिसकर्मियों से रुपए छीनकर भाग गए। पुलिस टीम के पीछा करने पर बदमाशों ने जानलेवा हमले का प्रयास किया। आरोपित बदमाश पुलिस की प्राइवेट नंबर कार पर अपनी स्विफ्ट कार चढ़ाने की कोशिश करने लगे। पुलिस की ओर से हवाई फायर किया गया। पुलिस की कार को टक्कर मारकर बदमाश फरार हो गए। 200 फीट बाईपास पर बदमाशों की स्विफ्ट कार लावारिस हालत में मिली। कार को पुलिस ने जब्त कर लिया। इसके बाद करणी विहार थाना पुलिस ने होटल उमराव हवेली पर दबिश दी। जहां होटल के मैनेजर विवेक धाबाई और रिशेप्सनिस्ट सोनू कुमार बैरवा से पूछताछ की। पूछताछ में सामने आया कि गैंग का सरगना कमलेश शर्मा व दीपक शर्मा एस्कोर्ट सर्विस के नाम पर बुकिंग लेते हैं।
बाहर से लाई लड़कियों को कैलाश चन्द, प्रधान गुर्जर और मुकेश चौधरी ड्राइवर के रूप में बाहर लेकर जाते है। होटल में सर्च करने पर अलग-अलग कमरों में मिली सातों लड़कियों व उनके साथी को पकड़ा गया। इनके साथ ही पुलिस टीम होटल मैनेजर व रिशेप्सनिस्ट को भी पकड़ थाने लेकर आई।
डीसीपी ने बताया कि पुलिस टीम ने करणी विहार स्थित होटल उमराव हवेली पर दबिश देकर गैंग के सभी बदमाशों को गिरफ्तार किया है। होटल उमराव हवेली को ऑनलाइन एस्कॉर्ट सर्विस गैंग ने अपना अड्डा बना रखा था। होटल का मैनेजर विवेक धाबाई और रिशेस्पनिस्ट सोनू कुमार बैरवा ठहरने से लेकर खाने-पीने की व्यवस्थाओं का ध्यान रखते थे। मामले में पुलिस ने सात युवतियों के साथ सोरीफुल (22) निवासी मोरीगांव असम, सोनू कुमार बैरवा (25) निवासी राजगढ़ अलवर और विवेक धाबाई (38) निवासी मंडावा झुंझुनूं को गिरफ्तार किया है। गैंग के सरगना कमलेश शर्मा निवासी कमला नेहरू नगर भांकरोटा और उसके साथी दीपक मीणा, प्रधान गुर्जर, मुकेश चौधरी, कैलाश चंद सहित अन्य फरार साथियों की तलाश की जा रही है।