जयपुर। सामुदायिक सेवा के अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत करते हुए, रोटरी क्लब जयपुर मिडटाउन ने विवेकानंद ग्लोबल यूनिवर्सिटी के सहयोग से सफलतापूर्वक रक्तदान शिविर का आयोजन किया। इस आयोजन में भारी संख्या में लोगों ने भाग लिया और कुल 1046 यूनिट रक्त एकत्रित किया गया। यह सभी प्रतिभागियों के समर्पण और सहयोगात्मक प्रयासों का प्रमाण है।
इस नेक पहल का समर्थन कई प्रमुख रक्त बैंकों ने किया, जिनमें शामिल हैं: एसएमएस ब्लड बैंक, जयपुरिया ब्लड बैंक, महात्मा गांधी ब्लड बैंक, ईएचसीसी ब्लड बैंक, एसडीएमएच ब्लड बैंक,वंदे ब्लड सेंटर, स्वास्थ्य कल्याण ब्लड बैंक और उमंग फाउंडेशन।
इस शिविर का उद्देश्य जयपुर और आसपास के क्षेत्रों में अस्पतालों में रक्त की तत्काल जरूरतों को पूरा करना था, ताकि मरीजों को समय पर रक्त मिल सके। छात्रों, फैकल्टी के सदस्यों और स्थानीय निवासियों की सक्रिय भागीदारी ने इस आयोजन को एक बड़ी सफलता में बदल दिया, जिससे जीवन बचाने में सामूहिक प्रयास की शक्ति का पता चलता है।
इस अवसर पर रोटरी क्लब जयपुर मिडटाउन के अध्यक्ष अतुल पोद्दार ने कहा, “हम विवेकानंद ग्लोबल यूनिवर्सिटी के साथ इस जीवनदायी पहल में साझेदारी करने पर गर्व महसूस करते हैं। 1000 से अधिक यूनिट रक्त का संग्रह हमारी समुदाय की करुणा और समर्पण का प्रतीक है।”
परियोजना निदेशक रोटेरियन राजीव पाबुवाल ने ऐसे शिविरों के महत्व पर जोर देते हुए कहा, “यह केवल रक्त एकत्र करने का मामला नहीं है, बल्कि एक ऐसे समुदाय का निर्माण करना है जो बड़ी भलाई में योगदान के महत्व को समझे।”
परियोजना समन्वयक रोटेरियन कांती बजाज ने इस शिविर की सफलता पर प्रकाश डालते हुए कहा, “इस शिविर की सफलता, सावधानीपूर्वक योजना और स्वयंसेवकों, भागीदारों और रक्त बैंकों की प्रतिबद्धता का परिणाम है। हम सभी प्रतिभागियों के प्रति अत्यंत आभारी हैं।”
विवेकानंद ग्लोबल यूनिवर्सिटी के कुलपति ने इस पहल की सराहना की, वहीं विश्वविद्यालय के निदेशक ओंकार बागड़िया और मालविका बागड़िया ने भी अपनी प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा, “हमारे छात्र और कर्मचारी हमेशा से सामाजिक कार्यों में अग्रणी रहे हैं, और यह शिविर भी इसका एक और उदाहरण है। हम सभी शामिल लोगों से मिले जबरदस्त समर्थन के लिए आभारी हैं।”
रक्तदान शिविर का उद्देश्य नियमित रक्तदान के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाना भी था, ताकि रक्त बैंकों में निरंतर आपूर्ति बनी रहे। प्रत्येक रक्तदाता को उनके जीवनदायी योगदान के लिए एक प्रमाण पत्र प्रदान किया गया।