विश्व स्वास्थ्य संगठन ( डब्ल्यूएचओ ) द्वारा हर वर्ष दस अक्टूबर को विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के रूप में मनाया जाता हैं। मानसिक स्वास्थ्य शारीरिक स्वास्थ्य जितना ही महत्वपूर्ण है और कही न कही स्वस्थ तन के लिए स्वस्थ मन का होना भी आवश्यक है। यह दिवस हमें अपने व दूसरों की मनोस्थिति का ध्यान रखने व खुलकर बात करने की प्रेरणा देता है। मदद लेना व देना दोनों ही साहस का प्रतीक है।
मानसिक रोग विशेषज्ञ डॉ अमित निझावन और डॉ प्रदीप शर्मा के अनुसार वर्ष 2024 विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस का विषय कार्यक्षेत्र में मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देना है। कर्मचारियों की उत्पादकता व रचनात्मकता का उनकी मनोस्थिति से सीधा सम्बन्ध होता है। यदि किसी व्यक्ति का मानसिक स्वास्थ्य ठीक नहीं है तो उसके कार्य प्रदर्शन पर प्रभाव पड़ता है। इसके कारण उसकी व्यक्तिगत उन्नति व संस्थागत उन्नति दोनों बराबर प्रभावित होती हैं।
अतः कार्यस्थल पर ऐसा वातावरण प्रदान किया जाना चाहिए कि कर्मचारी अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर सके। इसी क्रम में सबसे जरूरी चीज है कि हम कैसे तनाव को कम कर सके। तनाव हर जगह हर समय किसी न किसी रूप में व्यक्ति को दृष्टीगोचर होता है पर उसका दुष्प्रभाव व्यक्ति उस तनाव को किस प्रकार से देखता है और उसका सामना किस प्रकार से करता है, इस पर निर्भर रहता हैं।
कार्यक्षेत्र में तनाव के कारण
कार्यालय- संस्था मे तनाव प्रबंधन नीतियों का अभाव। अफसरशाही में कर्मचारियों के तनाव के विषय मे संवेदनशीलता।अफसरों व कर्मचारियों में अच्छे संबंध न होना। प्रबंधन व कर्मचारियों में अच्छे संबंध न होना। अत्यधिक कार्य व तनाव प्रबंधन के गलत तरीको का प्रयोग समय प्रबंधन का अभाव।
कार्यक्षेत्र में तनाव कम करने के उपाय कर्मचारियों के लिए
अपने तनाव के कारणों की पहचान करना व उन्हें स्वीकारना शारीरिक गतिविधियों में भाग लेना ( खेल, सेर इत्यादि) योग, प्राणायाम का उपयोग उचित समय प्रबंधन. एक स्वस्थ जीवन शैली का अनुसरण । अपनी बात को आगे रखने का प्रयास करना
कार्यक्षेत्र में तनाव कम करने के उपाय – प्रबंधन के लिए
कर्मचारियों के विचारों को उचित महत्व देना । कर्मचारियों को निजी समस्याओं पर सहानुभूति पूर्वक विचार करना। कार्य व मनोरंजन के बीच सामंजस्य बैठाना। वर्क फ्रॉम होम व काम के समय को नियमित करना। कार्यक्षेत्र के वातावरण को अनुकूल बनाना ।
आइये इस दिन हम संकल्प ले कि मानसिक स्वास्थ्य के प्रति हम जागरूकता फैलाते रहेंगे और एक दयालु और सहायक समाज का निर्माण करेंगे। अपने मन का ख्याल रखें; आज महत्वपूर्ण है।