जयपुर। बदलते इस युग में आज भी चिकित्सा विज्ञान वेद पुराणों के आधार पर रोगियों का उपचार करने में जुटे है। इसका साफ उदाहरण गुरुवार को जौहरी बाजार स्थित श्री धन्वतरि औषधालय में देखने का मिला। श्री धन्वतरि औषधालय में शरद पूर्णिमा के पावन पर्व अस्थमा रोगियों को औषधायलयुक्त निशुल्क खीर का वितरण किया गया।
श्वास रोगियों के लिए सुबह 6 बजे से औषधालय युक्त खीर का वितरण प्रारंभ हुआ और रात 8 बजे इसका समापन किया गया। डॉ राजेश चतुर्वेदी ने जानकारी देते हुए बताया कि शरद पूर्णिका के दिन चंद्रमा से अमृत बरसता है जो श्वास,पुराना खांसी,जुखाम जैसे रोगों से मुक्ति दिलवाता है और ये बात यजुर्वेद में भी इसका उलेख्य है। जानकारी देते हुए उन्होने बताया कि पूर्णिमा के चंद्रमा में इस दिन काफी शीतलता होती है।
जो व्यक्ति के स्वास्थ्य के बहुत लाभदायक है। इस दिन चंद्रमा की अपने पूरे यौवन पर पूरो गोल और सफेद दूध जैसा होता है इसके प्रभाव से आत्मबल और शारीरिक बल बढ़ता है। इस बात को चिकित्सा विज्ञान भी मानता है । कोई अलौकिक शक्ति है जो आज भी किसी ना किसी रुप में मनुष्य के स्वास्थ्य की रक्षा कर करती है। उन्होने बताया कि सिद्वांत के चलते आज करीब साढ़े नौ सौ रोगियों को औषधियुक्त खीर खिला कर लाभान्वित किया गया।