जयपुर। पांच हजार साल पहले जिस विधि-विधान से भगवान श्रीकृष्ण गोमाता का पूजन किया करते थे, उसी तर्ज पर बस्सी की पावन धरा पर पहली बार आयोजन होने जा रहा है। नवरात्रि रसयोग महोत्सव की शुरुआत 3 नवंबर से श्रीबाबाजी की कुई बलराम आश्रम ट्रस्ट,श्री बलराम नगर बस्सी में होगी। नौ दिवसीय आयोजन में व्यास पीठ से गोवत्स आशीष व्यास गो महिमा कहेंगे। कार्यक्रम का शुभारंभ कलश यात्रा से किया जाएगा। जिसमें एक ही परिधान में 11 हजार महिलाएं मंगल कलश शिरोधार्य कर मंगल गीत गाते हुए शामिल होंगी।
गोशाला के महंत प्रहलाद दास जी महाराज ने बताया कि आश्रम में 4 नवंबर से प्रतिदिन 1 बजे से 4 बजे तक गौ भागवत कथा का आयोजन किया जाएगा। जिसमें प्रतिदिन सैकड़ों श्रद्धालु उपस्थित होंगे। जिसके पश्चात शाम साढ़े 5 से 7 बजे तक ध्यान योग शिविर का आयोजन होगा। इस ध्यान योग में महिलाएं -पुरुष सहित सैकड़ो की संख्या में श्रद्धालु पहुंचेंगे। 4 नवंबर को गौ पुष्टि महायज्ञ का आयोजन किया जाएगा। जिसमें 9 जोड़े महायज्ञ में आहुति प्रदान करेंगे। इसके साथ सैकड़ो की संख्या में श्रद्धालु महाआरती के लिए उपस्थित होंगे। इस महायज्ञ का आयोजन प्रतिदिन सुबह 8 से 12 बजे तक किया जाएगा।
जो नौ दिन तक जारी रहेगा। गौ सहस्रार्चन का आयोजन प्रतिदिन सायं साढ़े 5 बजे से 6 बजे तक किया जाएगा। गौनाम संकीर्तन राम धुनी का 9 दिन तक जारी रहेगी। जिसमें विभिन्न साधु-संत शामिल होंगे। इसके साथ ही गौ रक्षक हनुमान जी महाराज का विशिष्ट पूजन प्रतिदिन 12 से 1 बजे तक किया जाएगा। जिसमें हनुमान जी महाराज के 1008 नामों का जाप किया जाएगा। ये कार्यक्रम 11 नवंबर तक जारी रहेगा और इसमें हजारों की संख्या में साधु-संत पहुंचे।