जयपुर। जल जीवन मिशन (जेजेएम) में करीब 900 करोड़ के घोटाले के मामले में एसीबी की ओर से दर्ज एफआईआर में चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। एफआईआर के अनुसार 2021 में तत्कालीन एसीएस पीएचईडी और सीनियर आईएएस सुबोध अग्रवाल को पता था कि दो फर्मों (मैसर्स श्री श्याम ट्यूबवेल कम्पनी और मैसर्स श्री गणपति ट्यूबवेल कम्पनी) ने विभाग में इरकॉन के फर्जी प्रमाण पत्र लगाए हैं। इसके बाद भी दोनों फर्मों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई। दोनों को टेंडर दिया गया। दोनों फर्मों को अवैध लाभ पहुंचाने के लिए सभी तथ्यों को छुपाया गया।
एसीबी के एडिशनल एसपी विशना राम की ओर से दर्ज एफआईआर के अनुसार यूपी के पदम सिंह ने दोनों फर्मों के फर्जी दस्तावेजों की शिकायत अपनी ईमेल आईडी से अतिरिक्त मुख्य सचिव पीएचईडी जयपुर की ईमेल आईडी पर शिकायत की। ई-मेल में मुख्य अभियंता जेजेएम पीएचईडी जयपुर को भी सीसी में रखा गया था। इसके साथ चीफ इंजीनियर यूआर एवं एनआरडब्लयू पीएचईडी जयपुर, चीफ इंजीनियर स्पेशल प्रोजेक्ट पीएचईडी जयपुर, एडिशनल चीफ इंजीनियर पीएचईडी क्षेत्र द्वितीय जयपुर, एडिशनल चीफ इंजीनियर प्रोजेक्ट अजमेर व एडिशनल चीफ इंजीनियर पीएचईडी क्षेत्र प्रथम जयपुर भी मेल में थे।
मामले में ईडी ने 3 नवंबर 2023 को पूर्व मंत्री महेश जोशी के सचिवालय स्थित ऑफिस और एडिशनल चीफ सेक्रेटरी सुबोध अग्रवाल, चीफ इंजीनियर केडी गुप्ता, इंजीनियर दिनेश गोयल, एक्सईएन संजय अग्रवाल के ऑफिस सहित 6 जगहों पर रेड मारी थी। पदम सिंह की शिकायत को तत्कालीन अतिरिक्त मुख्य सचिव सुबोध अग्रवाल, जयपुर में तत्कालीन चीफ इंजीनियर जेजेएम पीएचईडी आरके मीणा, जयपुर क्षेत्र द्वितीय में तत्कालीन एडिशनल चीफ इंजीनियर पीएचईडी आरसी मीणा ने फर्म मैमर्स श्री गणपति ट्यूबवेल के प्रोपराइटर महेश मित्तल से मिलीभगत कर दबाकर रखा और कोई कार्रवाई नहीं की गई।
वकील की शिकायत पर जांच सही नहीं की गई
दूसरी तरफ वकील मनीष कलवानिया की ओर से भी पीएचईडी को शिकायत दी गई कि फर्म मैसर्स श्री गणपति ट्यूबवेल ने फर्जी सर्टिफिकेट से टेंडर लिए हैं। मनीष की शिकायत 16 मार्च और 20 मार्च 2023 को जयपुर में पीएचईडी के क्षेत्र द्वितीय के अतिरिक्त मुख्य अभियंता रमेश चंद मीणा को मिली। इस पर रमेश चंद मीणा ने एग्जीक्यूटिव इंजीनियर विशाल सक्सेना से जांच कराई। 9 मई 2023 को फाइनेंशियल कमेटी की मीटिंग हुई। आरोपों की जानकारी होने के बावजूद शिकायत में अंकित आरोपों की अनदेखी की गई। एसीबी द्वारा विशाल सक्सेना की जांच रिपोर्ट देखने से सामने आया कि मनीष कलवानिया की ओर से दी गई शिकायत के बिंदुओं पर जांच हुई ही नहीं। फर्म मैसर्स श्री गणपति ट्यूबवेल कम्पनी को लाभ पहुंचाने के लिए आरके मीणा, रमेश मीणा द्वारा प्रक्रिया जारी रखी गई।
9 मई 2023 को टेंडर को लेकर फाइनेंशियल कमेटी की मीटिंग में सुबोध अग्रवाल, अतिरिक्त मुख्य सचिव, पीएचईडी जयपुर, चेयरमैन,आरके मीणा, चीफ इंजीनियर ग्रामीण, अतिरिक्त चार्ज जेजेएम, सदस्य,दिनेश गोयल, चीफ इंजीनियर, स्पेशल प्रोजेक्ट, पीएचईडी जयपुर, सदस्य,केडी गुप्ता, चीफ इंजीनियर, यू एंड एनआरडब्लयू पीएचईडी जयपुर, सदस्य,केसी कुमावत, वित्तीय सलाहकार एवं मुख्य लेखाधिकारी, आरडब्लयूएसएसएमबी जयपुर, सदस्य,डी के गौड़, तकनीकी सदस्य, आरडब्लयूएसएसएमबी जयपुर, सदस्य,सुधांशु दीक्षित, सचिव, आरडब्लयूएसएसएमबी जयपुर, सदस्य,डीआर सोलंकी, चीफ इंजीनियर, पीएमसी पीएचईडी नगौर एवं अतिरिक्त चार्ज ग्रामीण, सदस्य और अविचल चतुर्वेदी, मिशन डायरेक्टर, जेजेएम राजस्थान, सदस्य फाइनेंशियल कमेटी के लोग मौजूद थे।