जयपुर। पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि उनियारा विधानसभा उपचुनाव के समरावता गांव में घटी घटना के लिए राजस्थान की भाजपा सरकार जिम्मेदार है। खाचरियावास ने कहा कि एसडीएम के साथ जो थप्पड़ कांड हुआ। उसके बाद राजस्थान की भाजपा सरकार ने वहां पर जो बिना सोचे समझे जल्दी बाजी में पुलिस के जरिए एक्शन लिया।
उसी का परिणाम है कि वहां पर गांव वालों में और पुलिस में टकराव हो गया। इसमें गांव वालों का भारी नुकसान हुआ है । पुलिस के 10 लोगों को मामूली चोट आई है तो उसे गांव के 200 से ज्यादा महिलाओं और पुरुषों के चोटे लगी और गांव वालों की गाड़ियां 100 से ज्यादा वहां जलकर राख हो गई । इस घटना में समरावता गांव के लोगों का जो नुकसान हुआ है । उसके लिए राजस्थान की सरकार जिम्मेदार है ।
खाचरियावास ने कहा कि राजस्थान की सरकार के मुख्यमंत्री गृह मंत्री भी है। सरकार ने जल्दी बाजी में पुलिस के ऊपर दबाव बनाकर पुलिस को एक्शन लेने के लिए जो मजबूर किया । उसी के कारण टकराव की स्थिति पैदा हो गई । इस तरह के मामलों में जल्दबाजी में जब भी सरकार के दबाव में पुलिस एक्शन करेंगी तो उसका नुकसान जनता को भुगतना पड़ता है। खाचरियावास ने कहा कि उपचुनाव के दौरान भी पूरा प्रशासन भाजपा के दबाव में काम कर रहा था ।चुनाव आयोग भी भाजपा के प्रभाव में था । इस पूरे मामले की न्यायिक जांच होनी चाहिए।
जिससे सच्चाई सामने आ सके ,इस निर्दलीय उम्मीदवार नरेश मीणा की गिरफ्तारी के लिए सरकार ने बेवजह टकराव की स्थिति पैदा कर दी। यह गिरफ्तारी शांति से भी हो सकती थी, लेकिन भाजपा सरकार हमेशा टकराव में भरोसा करती है। इसलिए उनियारा उपचुनाव में समरावता गांव में लोगों का भारी नुकसान हो गया है । इस सब नुकसान के लिए भाजपा सरकार जिम्मेदार है। सरकार को समरावता गांव के लोगों को जो नुकसान हुआ। उसका पूरा मुआवजा देना चाहिए और भविष्य में इस तरह के टकराव से भाजपा सरकार को बचाना चाहिए।